रांचीः गांधी जयंती के अवसर पर शनिवार को राज्यपाल रमेश बैस और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन रांची स्थित तिरिल के सर्वोदय आश्रम पहुंचे और बापू की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. सबसे खास बात यह रही कि 20 साल बाद झारखंड के किसी मुख्यमंत्री ने तिरिल स्थित सर्वोदय आश्रम में बापू की प्रतिमा पर गांधी जयंती के दिन माल्यार्पण किया है. इससे पहले मुख्यमंत्री गांधी जयंती के दिन मोरहाबादी मैदान स्थित बापू वाटिका पहुंचते थे और महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करते थे.
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मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बापू की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद चरखा चलाकर राष्ट्रपिता को याद किया. इसके साथ ही लोगों से बापू के दिए अहिंसा के संदेश पर चलने का अपील की.
सरकार की नजर से ओझल है आश्रम
इसके साथ ही सर्वोदय आश्रम में बापू की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने रांची महापौर आशा लकड़ा भी पहुंची. माल्यार्पण के बाद मेयर ने कहा कि तिरिल स्थित खादी ग्राम उद्योग आज से नहीं, बल्कि गांधी जी के जीवित रहते के दौरान से ही समाज के लिए नेक कार्य करता आ रहा है. इसके बावजूद वर्षों से राजधानी का यह गांधी आश्रम सरकार की नजरों से ओझल है.
सरकार से मदद करने का आग्रह
उन्होंने कहा कि लगभग 20 वर्ष बाद आज मुख्यमंत्री यहां पहुंचे हैं, क्योंकि मोराबादी स्थित बापू वाटिका में सहायक पुलिस कर्मियों का आंदोलन चल रहा है. आंदोलन के डर से मुख्यमंत्री राजधानी के तिरील आश्रम पहुंचे हैं. खादी ग्राम उद्योग के संचालक अभय चौधरी ने कहा कि छोटानागपुर खादी ग्राम उद्योग संस्थान देश के लिए एक धरोहर है. उन्होंने कहा कि गांधी जी इस आश्रम में एक बार नहीं, बल्कि दो-दो बार आ चुके हैं. खादी को संरक्षित और बढ़ावा देने के लिए बनाई गई इस संस्थान को हमलोगों की ओर से सहेज कर रखा जा रहा है. उन्होंने सरकार से आग्रह करते हुए कहा कि अगर सरकारी स्तर पर संस्थान को मदद मिले, तो आने वाले समय में राष्ट्रीय स्तर पर संस्थान खादी को बढ़ावा देने का बेहतर कार्य करेगी.