रांची: झारखंड विधानसभा में गुरुवार को सीएम हेमंत सोरेन 1932 के मामले पर अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी. उन्होंने कहा कि 1932 हमारा है और रहेगा. 1932 हमारे पूर्वजों का संकल्प रहा है, इसलिए उससे पीछे हटने का कोई सवाल ही नहीं है.
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सोरेन ने कहा कि हम लोगों ने 3 साल का कार्यकाल पूरा किया है और बेहतरीन काम किया है. 2 साल कोरोना वायरस में गया है. बचे हुए साल में हम लोग बेहतरीन तरीके से काम करेंगे. हम लोगों ने 10,00,000 किसानों को ऋण उपलब्ध कराया है. महिलाओं, किसानों, बुजुर्गों, अनुबंध कर्मियों, दिहाड़ी मजदूरों की बच्चियों को हम लोगों ने लाभ देने का काम किया है. अब तो जीएसटी की ऐसी व्यवस्था आ गई है जब तक केंद्र सरकार की हम पर कृपा नहीं बरसेगी तब तक हम कोई काम कर नहीं पाएंगे.
बीजेपी के लोगों ने 20 सालों में कभी भी तपोवन मंदिर का काम नहीं किया. हमारी सरकार ने ही तपोवन मंदिर का जीर्णोद्धार करने का काम किया है. यह लोग सिर्फ उस पर हिंदू की राजनीति करते हैं, यह क्या हिंदू की बात करेंगे. यह सभी लोग हिंदुओं के दुश्मन हैं. यह लोग हिंदुओं का वोट बटोरने का काम करते हैं.
पुरानी पेंशन योजना को बहाल करने का काम हमारी सरकार ने किया है. पूरे भारत में झारखंड सरकार ने ही पुरानी पेंशन योजना देने का काम किया है. वह लोग जो अपने पूरी कमाई को लगा दे, उसकी पूरी कमाई को शेयर बाजार में उड़ाने के लिए नहीं दे सकते.
सोरेन ने कहा कि गलत नीतियों के नाते ही इन्हें एक राज्य से हाथ धोना पड़ा है. आने वाले समय में यह पूरे देश से हाथ धोना पड़ेगा. हमारे ऊपर आरोप लगाते हैं कि हम देवरिया बांटते हैं, गरीबों को सम्मान देना गरीबों को हक के लिए लड़ना, रेवाड़ी बांटना है. व्यापारियों को पैसा दे देना, व्यापारियों को पैसा देकर के देश का पैसा लेकर के भाग जाने यह बड़ी बात है.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड ऐसा राज्य है जिसके बच्चे विदेश में पढ़ने जाते हैं. जिन्हें हंड्रेड परसेंट स्कॉलरशिप देने का काम किया जाता है और इसे दूसरे राज्य की सरकार भी लागू कर रही है. हमारे राज्य में जो भी कानून बनाता है उसे दूसरे राज्य अपनाते हैं. हम लोगों ने नियम बनाया है, खासतौर पर मजदूरों के लिए, जो लोग बाहर जाकर के काम करते हैं उसे पूरा देश देख रहा है और उसे लागू करने का भी काम कर रहा है.
हेमंत सोरेन ने कहा कि हम झारखंड के 100% लोगों को नौकरी देने की व्यवस्था करते हैं तो भाजपा के लोग ही विरोध करते हैं और जब हम केंद्र से अपना हक अधिकार मांगते हैं तो यही बीजेपी के लोग वहां भी विरोध करते हैं. महोदय यह तो बड़ी अजीब स्थिति है, यह कैसे चलेगा. बीजेपी को लोगों को कम से कम अपनी बात पर कायम रहना होगा. क्योंकि यह लोग लगातार चीजों को बदलते रहते हैं. ऐसे में इन लोगों से किसी भी तरह की उम्मीद करना बेमानी है.
हेमंत सोरेन ने कहा कि देश की जो हालत है हो गई है उसमें बीजेपी के लोग यह बताएं कि गरीब वर्गों के लिए क्या किया है, रोजगार के लिए क्या किया है, यही लोग कहते थे कि गरीब लोग हवाई चप्पल पहन कर के हवाई जहाज में सफर करेंगे लेकिन अब वही हवाई जहाज भेज दिया गया. हवाई जहाज बेच दिए, रेलवे को भी बेच दिया है. इन लोगों की कथनी और करनी में बहुत अंतर है.
केंद्र सरकार की नीतियां भी लगातार कमजोर हो रही हैं. प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना में 75,000 करोड़ का प्रावधान पिछली बार रखा गया था, लेकिन इस बार उसे घटाकर के 60 हजार करोड़ कर दिया गया है. किसानों के लिए इनके पास कोई योजना नहीं है.
सोरेन ने कहा कि आज के अमृतकाल में कौन ऐसे लोग हैं जो अमृत पी रहे हैं. महोदय अमृत काल में भी लोग जहर पीने को विवश हैं. गरीबी और भुखमरी चरम पर है. बीजेपी की सरकार आते ही यह बातें कही गई थी बहुत कुछ बदलेगा लेकिन न गरीब, किसान, व्यापारी कोई अपने पैर पर खड़ा नहीं हो पा रहा है. नोटबंदी का ऐसा काम इन्होंने किया कि आज पूरा देश अपने पैर पर नहीं खड़ा हो पा रहा है. यह सिर्फ और सिर्फ अपनी मनमानी राजनीति को स्थापित करने के लिए किया गया.
हेमंत सोरेन ने कहा कि देश में तीन-चार व्यापारी ही देश के विधान हो गए हैं उन्हीं के पास सब कुछ रह गया है बाकी सभी लोग हाशिए पर चले गए हैं. बीजेपी के कार्यकाल में 12,000 से ज्यादा व्यापारियों ने आत्महत्या कर ली है.
हेमंत सोरेन ने कहा कि लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन कंपनी का क्या हाल हो गया. यह बीजेपी के लोगों को भी पता है. जो कंपनी सभी लोगों के जीवन के हितों का ध्यान रखते थे सभी लोग अपने जीवन की पूंजी काट काट कर के इसमें जमा करते थे आज उसकी स्थिति खराब है. यही बीजेपी के लोगों के विकास का मॉडल है.