रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शुक्रवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि झारखंड के साथ हमेशा अन्याय होता है. इसी वजह से गुजरात कहां है और झारखंड कहां है. केंद्र सरकार के पास झारखंड का एक लाख 36 करोड़ रुपया बकाया है यदि खनन का यही बकाया मिल जाय तो हम गुजरात से कई गुना आगे निकल जाएंगे. सीएम हेमंत सोरेन ने यह बातें झारखंड सचिवालय सेवा संघ एवं झारखंड विधानसभा सचिवालय संघ की ओर से विधानसभा परिसर में आयोजित अभिनंदन समारोह में कही. ओल्ड पेंशन योजना (Old pension scheme) लागू किए जाने के चलते कर्मचारी संघ ने यह आयोजन किया था. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने विधानसभा परिसर स्थित पेंशन बगान में करम पेड़ भी लगाया.
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हमने वादा पूरा किया- मुख्यमंत्री: अभिनंदन समारोह में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि हमने चुनाव के वक्त जो वादा किया था, उसे पूरा कर दिया है. नफा नुकसान का आकलन बाद में होगा मगर सरकार ने इसे लागू कर दिया है. मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान जैसे राज्य में अभी नियम बन ही रहे हैं मगर झारखंड ने कर्मचारियों को यह सौगात दे दी है. अब तो ओल्ड पेंशन का मुद्दा गुजरात चुनाव में भी छाने लगा है.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड के साथ हमेशा अन्याय होता रहा, जिस वजह से गुजरात कहां है और झारखंड कहां है. केंद्र सरकार के पास झारखंड का एक लाख 36 करोड़ खनन का पैसा फंसा है यदि वो ही मिल जाय तो हम गुजरात से कई गुना आगे निकल जाएंगे. पूर्ववर्ती सरकार पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जेपीएससी का क्या हाल हमारे विरोधियों ने कर रखा था वो जगजाहिर है. विरोधियों की कोई भी साजिश नहीं चलेगी.
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड के नवनिर्माण के लिए हमने संकल्प ले रखा है. मुख्यमंत्री ने स्थानीयता को लेकर विरोधियों पर हमला बोलते हुए कहा कि 1932 खतियान आधारित स्थानीयता पर जवाब देने में विरोधियों को 32 घंटे लग गए. हमारे विरोधी खून खराबा में विश्वास रखते हैं मगर आज का माहौल ऐसा है कि पुलिस की लाठी में जंग लग रही और कहीं भी धरना प्रदर्शन नहीं हो रहा है. यह सरकार सबकी सुनेगी, सबके हितों का खयाल रखेगी.
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि विरोधी धरना प्रदर्शन कराने के लिए कुछ लोगों को उकसाने में लगे हैं, यह मुझे मालूम है. मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं आश्वस्त करना चाहता हूं कि जब तक मैं हूं, युवाओं, दलितों और आदिवासियों के लिए समर्पित रहूंगा. झारखंड देश का पहला राज्य है जहां के बच्चे विदेश में पढ़ाई के लिए सरकारी खर्च पर जाते हैं. मुख्यमंत्री ने संघ के सदस्यों की मांग पर विचार करने का आश्वासन देते हुए कहा कि आप राज्य के प्रति संवेदना रखिए सरकार आपके प्रति संवेदना रखेगी.
इस मौके पर विधानसभाध्यक्ष रबीन्द्रनाथ महतो ने कहा कि सरकार ने कर्मचारियों को बुढ़ापे का सहारा दिया है. मुख्यमंत्री को कहां से ईश्वरीय प्रेरणा आई, वह मैं नहीं जानता मगर कर्मचारियों की लंबे समय से चली आ रही मांग को सरकार ने पूरा कर दिया, इसके लिए मैं कर्मचारियों की ओर से मुख्यमंत्री को धन्यवाद देता हूं.इस अवसर पर संघ की ओर से अध्यक्ष विवेक बास्के,महासचिव पी के सिंह ने संबोधित किया और सरकार के प्रति आभार जताया.
इस अभिनंदन समारोह में मंत्री मिथिलेश ठाकुर और दीपक बिरुवा मौजूद रहे. इस मौके पर संघ के सचिव पीके सिंह ने सरकार का आभार व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री को पुस्तक भेंट की. कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने खुद मांदर बजाकर कर्मचारियों के साथ खुशी मनाई.