रांची: पूरे देश में स्वामी विवेकानंद की जयंती मनाई जा रही है. राजधानी रांची के बड़ा तालाब में युवा दिवस के मौके पर तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास ने स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा का अनावरण किया था. अनावरण के बाद पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने घोषणा की थी कि आम लोगों को स्वामी विवेकानंद की जीवन से जुड़ी जानकारी हो, इसके लिए इसे जल्द खोल दिया जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
बड़ा तालाब के चारों ओर पाथवे बनाकर सुंदरीकरण का भी कार्य किया जाना था, लेकिन वह भी कार्य लटका रहा गया. वहीं अगर बड़ा तालाब की बात करें तो तालाब में चारों तरफ जलकुंभी भरी हुई है, पानी भी काफी दूषित हो गया है, लेकिन इस ओर किसी का ध्यान नहीं है.
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बड़ा तालाब की हालत को लेकर स्थानीय लोगों की माने तो उनका कहना है कि तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास ने स्वामी विवेकानंद की आदमकद प्रतिमा का तो अनावरण कर दिया, लेकिन देखरेख के अभाव के कारण आम लोग प्रतिमा तक नहीं पहुंच पाए. रविवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने पहुंचे थे, यही कारण है कि लोग भी यहां पर पहुंचकर स्वामी विवेकानंद का दर्शन करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन आम लोगों के आने के लिए यहां कोई भी सुविधा नहीं है.
वहीं कुछ लोगों का कहना है कि चारों तरफ सुंदरीकरण का कार्य किया जाना था, लेकिन वह भी कार्य अब तक लटका हुआ है. इस आदमकद प्रतिमा का अनावरण भी इसलिए किया गया था, ताकि लोग स्वामी विवेकानंद के जीवन से जुड़े बातों को समझ सके और उनके आदर्शों पर चल सके, लेकिन योजना का सिर्फ बंदरबांट किया गया.