रांचीः झारखंड में अवैध कोयला कारोबार को लेकर सीआईडी मुख्यालय को एक गोपनीय रिपोर्ट भेजी गई है. इस रिपोर्ट में सफेदपोश, स्थानीय नेताओं, माफिया और पुलिस के गठजोड़ का जिक्र है. झारखंड के मुख्यमंत्री के आदेश के बाद यह जांच शुरू हुई थी. सीएम के आदेश पर ही सीआईडी टीम धनबाद ने मामले की जांच कर, एक गोपनीय रिपोर्ट सीआईडी मुख्यालय को भेजी है. सीआईडी मुख्यालय ने इस रिपोर्ट को पुलिस मुख्यालय को कार्रवाई के लिए भेजा है. वहीं, धनबाद पुलिस को भी कार्रवाई के लिए लिखा गया है.
कौन-कौन कर रहा कोयले का अवैध कारोबार
सीआईडी इंस्पेक्टर उषा रानी ने सीआईडी मुख्यालय को भेजे गए रिपोर्ट में बताया है कि धनबाद में निरसा का रहने वाला दिवाकर मंडल, ईशाक अंसारी, रामाशंकर सिंह, सोनू खान, गोविंदपुर का मनीर अंसारी उर्फ पांडू , रूस्तम अंसारी, कालाडाबर का साबिर अंसारी, भौंरा का गुड्डू पांडेय, मनीष पांडेय, जिला पार्षद के पति रोबिन गोराई, कालूबथान के अशेाक रवानी, अफजल खान, दलदली कालूबथान के वशीर काजी शामिल हैं.
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जीटी रोड के हार्ड कोक भट्ठा में खंप रहा अवैध कोयला
सीआईडी की रिपोर्ट के मुताबिक, जीटी रोड में चलने वाले हार्ड कोक भट्ठा में अवैध कोयला कारोबार फल फूल रहा है. बीसीसीएल के बंद खादानों, बंद आउट सोर्सिंग, पुराने बंद सीम, मुहान से कोयला काटकर स्कूटर, साईकिल और मोटरसाइकिल में लादकर अवैध भट्ठों में चोरी छिपे भेजा जाता है. अवैध कोयले की खेंप बंगाल भी भेजी जाती है. सीआईडी की रिपोर्ट में अवैध तरीके से निकाले गए कोयले के यूपी - बिहार भेजने का भी जिक्र है.
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एसोसिएशन ने भी की थी शिकायत
बीते दिनों कोल कंज्यूमर एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने भी कोयला तस्करी की शिकायत केंद्र सरकार से की थी. एसोसिएशन के दावे के अनुसार अवैध कोयला कारोबार से सरकार को 10 हजार करोड़ के राजस्व का नुकसान हुआ है. एसोसिएशन ने कोयला तस्करों के जिस कार्रवाई का जिक्र अपने पत्र में किया था, सीआईडी रिपोर्ट भी उसकी जांच कर रही है.