रांचीः छतीसगढ़ के नारायणपुर जिले में ईसाई धर्मावलंबियों और चर्च पर हमले और मदर मरियम की प्रतिमा क्षतिग्रस्त करने के विरोध में झारखंड क्रिश्चियन यूथ एसोसिएशन (JCYA) के बैनर तले रविवार को राजधानी रांची में बड़ी संख्या में मसीहियों ने विरोध में चर्च कॉम्प्लेक्स के पास से महारैली निकाली. रैली महात्मा गांधी मार्ग ( मेन रोड) होते हुए मोरहाबादी मैदान तक गई. इस दौरान मुझे शांति से जीने दो, हमें अपना धर्म मानने का है संवैधानिक अधिकार, आर्टिकल 125 का पालन करो, धर्मांतरण के नाम पर ईसाइयों के साथ हिंसा बंद करो, केंद्र और राज्य की सरकार मसीहियों को सुरक्षा दो सहित अपनी मांगों की तख्ती हाथ में लिए बड़ी संख्या में मसीहियों ने प्रदर्शन किया. मोरहाबादी मैदान पहुंचकर विरोध महारैली सभा में तब्दील हो गई.
गंगा-जमुनी संस्कृति को बिगाड़ने का षड्यंत्रः विरोध महारैली में शामिल मसीहियों ने आरोप लगाया कि न सिर्फ छत्तीसगढ़ में, बल्कि जब से केंद्र में भाजपा की सरकार बनी है, तब से देश के अलग-अलग हिस्सों में ईसाई धर्मावलंबियों पर धर्मांतरण की आड़ में अत्याचार बढ़े हैं. वहीं प्रदर्शन में शामिल कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता सतीश पॉल मुंजनी ने कहा कि जिस तरह से छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में ईसाई धर्मावलंबियों के साथ हिंसा की गई है और मदर मरियम की प्रतिमा क्षतिग्रस्त की गई है यह काफी निंदनीय है. इस मामले में जिनकी भी गिरफ्तारी हुई है, उन सब का भाजपा से संबंध है. ऐसे में यह साफ है कि देश में गंगा-जमुनी संस्कृति को बिगाड़ने का षड्यंत्र एक दल विशेष की ओर से किया जा रहा है और यह सिर्फ छत्तीसगढ़ में नहीं हो रहा, बल्कि मध्यप्रदेश की बात हो या झारखंड की हर तरफ मसीहियों को टारगेट किया जा रहा है. आज यह समुदाय डरा सहमा है.
धर्मांतरण के नाम पर ईसाइयों को प्रताड़ित करने का आरोपः उन्होंने कहा कि हर जगह धर्मांतरण के नाम पर ईसाइयों को प्रताड़ित किया जा रहा है. उनके साथ हिंसा की जा रही है. जिसके विरोध में रविवार को रांची में सभी चर्च और मसीही संगठनों से जुड़े लोग, छात्र, बुद्धिजीवी, यूथ संगठन से जुड़े लोग, क्रिश्चियन और अन्य अल्पसंख्यक समुदाय के लोग भी आक्रोश मार्च में शामिल हुए, ताकि केंद्र और राज्य की सरकारों को हम यह मैसेज दे सकें कि धर्मांतरण के नाम पर ईसाइयों के साथ भेदभाव और हिंसा करना बंद किया जाए.
सरकार से ईसाईयों को सुरक्षा प्रदान करने की मांगः हाथों में अपनी मांगों के समर्थन में तख्ती लिए शामिल हुईं जोलीना मिंज ने बताया कि हम सब शांति पूर्वक रहना चाहते हैं तो हमें क्यों टारगेट किया जा रहा है. चर्च कॉम्प्लेक्स के पास से निकाली गई विरोध महारैली मोरहाबादी में बापू प्रतिमा स्थल के पास एक सभा मे तब्दील हो गई. जहां वक्ताओं ने कहा कि देश का संविधान हमें अपने इच्छा के अनुसार धर्म मानने की इजाजत देती है ,आर्टिकल 125 का पालन होना चाहिए और सरकार की जवाबदेही है कि वह अल्पसंख्यकों और मसीहियों को सुरक्षा प्रदान करें