रांची: राजधानी के ठाकुरगांव में 24 मई को एक सात साल की बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म मामले में अब रांची चाइल्ड वेलफेयर कमिटी ने संज्ञान लिया है. चाइल्ड वेलफेयर कमिटी की टीम ने रविवार को पीड़ित बच्ची का सदर अस्पताल में जाकर हाल जाना.
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बच्ची का हाल जानने के बाद रांची चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के अध्यक्ष अजय शाह ने बताया कि 24 मई की अहले सुबह बच्ची के मौसा ने ही उसके साथ दुष्कर्म किया और उसके बाद बच्ची को जंगल में छोड़कर फरार हो गया. ग्रामीणों की नजर जब बच्ची पर पड़ी तो इसकी सूचना तुरंत घरवालों को दी गई, जिसके बाद घरवालों ने ठाकुरगांव थाना में एफआईआर दर्ज कराया.
पोक्सो एक्ट के तहत मामला हुआ है दर्ज: बच्ची नाबालिग है, इसीलिए पोक्सो एक्ट के तहत पुलिस ने एफआईआर दर्ज किया है. पोक्सो एक्ट के मामले में चाइल्ड वेलफेयर कमिटी की टीम अपने स्तर से संज्ञान लेती है. इसी को देखते हुए रविवार को रांची के सदर अस्पताल में इलाजरत सात वर्षीय पीड़ित बच्ची से मिलने चाइल्ड वेलफेयर कमिटी की 5 सदस्य टीम पहुंची. चाइल्ड वेलफेयर कमिटी के अध्यक्ष अजय शाह ने बताया कि फिलहाल बच्ची की स्थिति में सुधार है, डॉक्टरों की निगरानी में इलाज चल रहा है. चाइल्ड वेलफेयर कमिटी की पांच सदस्यीय टीम में अध्यक्ष के रूप में अजय शाह के साथ सदस्य प्रिया रंजन, सदस्य विनय श्याम, सदस्य अंशुमाला और सदस्य अरुणा सिन्हा मौजूद रही.
अभिभावकों को जागरूक होने की आवश्यकता: पूरे मामले पर स्थानीय लोगों में तो आक्रोश है ही, साथ ही यह सवाल भी खड़ा हो रहा है कि आखिर दूसरों से बच्चों को सुरक्षित रखने के लिए तो अभिभावक अपनी नजर चौकन्नी रखते हैं, लेकिन जब अपने ही वहशी और दरिंदे हो जाएं, तो फिर बच्चों को कैसे बचाया जाए. घटना को लेकर चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के अध्यक्ष अजय शाह ने बताया कि सरकार की तरफ से जागरूकता अभियान चलाए जाता है कि बच्चियां अपने आप को कैसे सुरक्षित रखें. इसके लिए अभिभावकों और परिजनों को जागरूक होने की आवश्यकता है, ताकि उनके बच्चे इस तरह की घटनाओं से बच सके.
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सीडब्ल्यूसी की टीम करेगी पीड़ित बच्ची की काउंसलिंग: अजय शाह ने बताया कि लड़की की तबीयत में सुधार है, तबीयत में थोड़ा और सुधार होने के बाद सीडब्ल्यूसी की टीम के द्वारा बच्ची की काउंसलिंग की जाएगी. काउंसलिंग के दौरान अगर यह लगता है कि उसे शेल्टर होम में रखने की आवश्यकता है तो उसे शेल्टर होम में सुविधा मुहैया कराई जाएगी या फिर बच्ची परिवार के साथ घर जाने कि इच्छा जाहिर करेगी तो उसे घर भेज दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि सीडब्ल्यूसी की तरफ से बच्ची को एक लीगल सपोर्ट पर्सन भी मुहैया कराया जाएगा, ताकि घटना को लेकर और भी विस्तृत जानकारी ली जा सके. फिलहाल, पीड़िता पर चाइल्ड वेलफेयर कमिटी के टीम की नजर बनी हुई है.
पुलिस ने आरोपी को भेजा जेल: बता दें कि घटना के बाद पुलिस ने तुरंत ही आरोपी को बड़कागांव के चुम्बाटांड़ से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. लेकिन घटना को लेकर स्थानीय लोगों में खासा आक्रोश है, लोग आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग कर रहे हैं.