रांची: यूनिसेफ के माध्यम से बाल पत्रकारों ने शुक्रवार को राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू से मुलाकात की. इस दौरान बाल पत्रकारों को उन्होंने नोवेल कोरोना वायरस के समय छात्रों को हुई समस्याओं से अवगत कराया, साथ ही बाल विवाह का विरोध कर शिक्षा के माध्यम से अपने सपनों को कैसे साकार किया जाए. इससे संबंधित अपने विचार प्रकट किए.
बाल विवाह का विरोध
राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि हमें समाज में व्याप्त अंधविश्वास और कुरीतियों को दूर करने के लिए सक्रियता से आगे आना होगा. उन्होंने कहा कि बेटियों के आगे बढ़ने और शिक्षित होने से सिर्फ परिवार ही नहीं, बल्कि पूरा समाज बदलता है और आगे बढ़ता है. इस दौरान उन्होंने नोवेल कोरोना वायरस के समय छात्रों को हुई समस्याओं से अवगत कराया, साथ ही बाल विवाह का विरोध कर शिक्षा के माध्यम से अपने सपनों को कैसे साकार किया जाए. इससे संबंधित अपने विचार प्रकट किए.
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राज्यपाल को पसंद है बच्चों से मिलना-जुलना
राज्यपाल ने बच्चों से कहा कि वे बच्चों से मिलना-जुलना बेहद पसंद करती हैं. वह राज्य के बहुत से कस्तूरबा गांधी विद्यालयों समेत अन्य आवासीय विद्यालय में जाकर छात्राओं से मिली हैं. कोरोना वायरस के समय स्कूलों में ऑनलाइन पढ़ाई हो रही है, लेकिन कुछ गरीब परिवार के बच्चों को स्मार्टफोन नहीं होने के कारण परेशानी होती है. शिक्षकों को ऐसे बच्चों की सहायता नोट्स के माध्यम से करानी चाहिए. नई शिक्षा नीति के तहत वर्ग 9 से कौशल विकास हेतु प्रशिक्षण दिया जाएगा.
राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि राज्य में बच्चों की तस्करी को सख्ती से रोकने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि बच्चों में कुपोषण को दूर करना होगा. राज्यपाल ने बच्चों से कहा कि आप परिश्रम से पढ़ाई करोगे तो मंजिल अवश्य मिलेगी. इस अवसर पर यूनिसेफ के मुख्य क्षेत्रीय पदाधिकारी प्रशांत दास उपस्थित थे.