ETV Bharat / state

कोरोना पॉजिटिव महिला के नवजात बच्चे को रखा गया मां के साथ, अस्पताल में बरती जा रही सावधानियां

रांची के सदर अस्पताल में 3 दिन पूर्व सदर अस्पताल के प्रसूति विभाग में एक महिला ने बच्चे को जन्म दिया था. वह महिला कोरोना पॉजिटिव पाई गई है. इसे लेकर अस्पताल में हड़कंप मच गया है. फिलहाल अस्पताल के सभी कर्मचारियों को एहतियात के तौर पर क्वॉरेंटाइन कर दिया गया है.

Child born to Corona positive woman placed with mother in ranchi
कोरोना पॉजिटिव महिला के जन्मे बच्चे को रखा गया मां के साथ
author img

By

Published : Apr 18, 2020, 5:26 PM IST

रांची: राजधानी में कोविड-19 के मरीजों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है. शुक्रवार को भी राजधानी में तीन कोरोना पॉजिटिव मरीज पाए गए हैं, जिसमें एक कोविड-19 की पॉजिटिव महिला ने 3 दिन पूर्व सदर अस्पताल के प्रसूति विभाग में एक बच्चे को जन्म दिया था. इसकी जानकारी मिलते ही सदर अस्पताल प्रबंधन हरकत में आ गया है.

जानकारी देते डॉक्टर

महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद सदर अस्पताल के प्रसूति विभाग के सभी कर्मचारी डरे और सहमे हुए हैं. फिलहाल सभी कर्मचारियों को एहतियात के तौर पर क्वॉरेंटाइन कर दिया गया है. कोरोना पॉजिटिव दंपती से जन्म लिए नवजात को सुरक्षित रखने के लिए अभी सावधानियां बरती जा रही है.

इसे भी पढ़ें:- झारखंड में शुक्रवार को भी पाये गये 3 नए कोरोना के पॉजिटिव मरीज, कुल संख्या हुई 32

रिम्स के निदेशक डॉ. डीके सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि फिलहाल नवजात और नवजात की मां को कोरोना सेंटर में ही रखा गया है. वहीं उन्होंने कहा कि भारत सरकार और आईसीआईएमआर के दिए गए गाइडलाइंस के अनुसार नवजात की मां को सारी जानकारियां दे दी गई है, ताकि बच्चे को सुरक्षा के साथ मां का दूध मिल सके.

रिम्स में शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अभिषेक कुमार बताते हैं कि बच्चे को फिलहाल बच्चे की मां से अलग रखना ज्यादा खतरा हो सकता है, क्योंकि मां के दूध से बच्चे की प्रतिरोधक क्षमता में बढ़ोतरी होती है. ऐसे में जरूरी है कि बच्चे को मां के साथ रखा जाए, ताकि बच्चे का इम्यून सिस्टम बेहतर बना रहे, साथ ही उन्होंने कहा कि फिलहाल बच्चे की मां को सभी तरह की एहतियात बरतने का हिदायत दिया है, जैसे समय-समय पर हाथ धोना बच्चे को छूने से पहले खुद को सेनेटाइज करना है.

गौरतलब है कि कोरोना वायरस का संक्रमण जिस तरह बढ़ रहा है. ऐसे में अब नवजात भी इस वायरस के चपेट में आ रहे हैं. राजधानी रांची के सदर अस्पताल में पिछले दिनों एक कोरोना पॉजिटिव महिला ने एक बच्चे को जन्म दिया, जिसके बाद नवजात के स्वास्थ्य को लेकर सभी को चिंता सता रही थी कि आखिर नवजात इस खतरनाक वायरस से कैसे सामना करेगा, लेकिन शिशु रोग विशेषज्ञों की मानें तो बच्चे की स्थिति में धीरे-धीरे सुधार होगा, फिलहाल उसे मां के साथ रखा जाएगा और मां का ही दूध पिलाया जाएगा.

रांची: राजधानी में कोविड-19 के मरीजों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है. शुक्रवार को भी राजधानी में तीन कोरोना पॉजिटिव मरीज पाए गए हैं, जिसमें एक कोविड-19 की पॉजिटिव महिला ने 3 दिन पूर्व सदर अस्पताल के प्रसूति विभाग में एक बच्चे को जन्म दिया था. इसकी जानकारी मिलते ही सदर अस्पताल प्रबंधन हरकत में आ गया है.

जानकारी देते डॉक्टर

महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद सदर अस्पताल के प्रसूति विभाग के सभी कर्मचारी डरे और सहमे हुए हैं. फिलहाल सभी कर्मचारियों को एहतियात के तौर पर क्वॉरेंटाइन कर दिया गया है. कोरोना पॉजिटिव दंपती से जन्म लिए नवजात को सुरक्षित रखने के लिए अभी सावधानियां बरती जा रही है.

इसे भी पढ़ें:- झारखंड में शुक्रवार को भी पाये गये 3 नए कोरोना के पॉजिटिव मरीज, कुल संख्या हुई 32

रिम्स के निदेशक डॉ. डीके सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि फिलहाल नवजात और नवजात की मां को कोरोना सेंटर में ही रखा गया है. वहीं उन्होंने कहा कि भारत सरकार और आईसीआईएमआर के दिए गए गाइडलाइंस के अनुसार नवजात की मां को सारी जानकारियां दे दी गई है, ताकि बच्चे को सुरक्षा के साथ मां का दूध मिल सके.

रिम्स में शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अभिषेक कुमार बताते हैं कि बच्चे को फिलहाल बच्चे की मां से अलग रखना ज्यादा खतरा हो सकता है, क्योंकि मां के दूध से बच्चे की प्रतिरोधक क्षमता में बढ़ोतरी होती है. ऐसे में जरूरी है कि बच्चे को मां के साथ रखा जाए, ताकि बच्चे का इम्यून सिस्टम बेहतर बना रहे, साथ ही उन्होंने कहा कि फिलहाल बच्चे की मां को सभी तरह की एहतियात बरतने का हिदायत दिया है, जैसे समय-समय पर हाथ धोना बच्चे को छूने से पहले खुद को सेनेटाइज करना है.

गौरतलब है कि कोरोना वायरस का संक्रमण जिस तरह बढ़ रहा है. ऐसे में अब नवजात भी इस वायरस के चपेट में आ रहे हैं. राजधानी रांची के सदर अस्पताल में पिछले दिनों एक कोरोना पॉजिटिव महिला ने एक बच्चे को जन्म दिया, जिसके बाद नवजात के स्वास्थ्य को लेकर सभी को चिंता सता रही थी कि आखिर नवजात इस खतरनाक वायरस से कैसे सामना करेगा, लेकिन शिशु रोग विशेषज्ञों की मानें तो बच्चे की स्थिति में धीरे-धीरे सुधार होगा, फिलहाल उसे मां के साथ रखा जाएगा और मां का ही दूध पिलाया जाएगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.