ETV Bharat / state

मुख्यमंत्री ने श्रमदान कर जल संचयन अभियान का किया शुभारंभ, ग्रामीणों के साथ खाई खिचड़ी - ईटीवी भारत झारखंड

मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कांके प्रखंड के जमुआरी गांव में श्रमदान कर जल संचयन अभियान का शुभारंभ किया. इस दौरान डीजीपी और डीसी के अलावा स्थानीय विधायक भी मौजूद थे.

खिचड़ी खाते मुख्यमंत्री
author img

By

Published : Jul 7, 2019, 11:47 PM IST

रांची: जल संचयन पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों से जल बचाने की अपील की. उन्होंने कहा कि बारिश का पानी बर्बाद हो जाता है जिसको संचित करने की जरूरत है. इसके लिए ग्राम विकास समिति को जल संचयन से जुड़ी योजना के लिए राज्य सरकार पांच लाख रुपए देगी.इस काम में किसी भी अधिकारी का हस्तक्षेप नहीं होगा.

मुख्यमंत्री ने श्रमदान कर जल संचयन अभियान का किया शुभारंभ


सीएम ने कहा कि अगर बरसात के पानी को संचित किया जाएगा तो इससे जमीनी जल स्तर में वृद्धि होगी और पानी की किल्लत से मुक्ति मिलेगी. मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों को बताया गया कि जन वन योजना के तहत वृक्षारोपण के लिए सरकार 80% अनुदान दे रही है. जिसका फायदा आम लोगों को उठाना चाहिए. मुख्य सचिव डीके तिवारी ने भी कहा कि 94% बारिश का जल बर्बाद हो जाता है. इसलिए हमे जल संचयन के लिए गंभीरता से विचार करना चाहिए.


मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर जिला प्रशासन रांची द्वारा पर्यावरण महत्व से सम्बंधित स्थानीय भाषा में लिखी गए पुस्तक का विमोचन भी किया. कार्यक्रम संपन्न होने के बाद मुख्यमंत्री रघुवर दास ने ग्रामीणों के साथ खिचड़ी भी खाई.

रांची: जल संचयन पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों से जल बचाने की अपील की. उन्होंने कहा कि बारिश का पानी बर्बाद हो जाता है जिसको संचित करने की जरूरत है. इसके लिए ग्राम विकास समिति को जल संचयन से जुड़ी योजना के लिए राज्य सरकार पांच लाख रुपए देगी.इस काम में किसी भी अधिकारी का हस्तक्षेप नहीं होगा.

मुख्यमंत्री ने श्रमदान कर जल संचयन अभियान का किया शुभारंभ


सीएम ने कहा कि अगर बरसात के पानी को संचित किया जाएगा तो इससे जमीनी जल स्तर में वृद्धि होगी और पानी की किल्लत से मुक्ति मिलेगी. मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों को बताया गया कि जन वन योजना के तहत वृक्षारोपण के लिए सरकार 80% अनुदान दे रही है. जिसका फायदा आम लोगों को उठाना चाहिए. मुख्य सचिव डीके तिवारी ने भी कहा कि 94% बारिश का जल बर्बाद हो जाता है. इसलिए हमे जल संचयन के लिए गंभीरता से विचार करना चाहिए.


मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर जिला प्रशासन रांची द्वारा पर्यावरण महत्व से सम्बंधित स्थानीय भाषा में लिखी गए पुस्तक का विमोचन भी किया. कार्यक्रम संपन्न होने के बाद मुख्यमंत्री रघुवर दास ने ग्रामीणों के साथ खिचड़ी भी खाई.

Intro:नोट - विजुअल के लास्ट में खिचड़ी खाते हुए सीएम दिखेंगे


मुख्यमंत्री ने श्रमदान कर जल संचयन अभियान का किया शुभारंभ, ग्रामीणों के साथ खाई खिचड़ी

रांची

मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कांके प्रखंड के जमुआरी गांव में श्रमदान कर जल संचयन अभियान का शुभारंभ किया। उनके साथ कांके विधायक जीतू चरण राम, मुख्यसचिव डॉ डी के तिवारी, अपर मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, डीजीपी कमल नयन चौबे, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ सुनील कुमार वर्णवाल, प्रधान सचिव ग्रामीण विकास विभाग अविनाश कुमार, प्रधान सचिव राजस्व, निबंधन एवं भूमि सुधार के के सोन, रांची के डीसी राय महिमापत रे, एसएसपी अनीश गुप्ता और बड़ी संख्या में गांव वालों ने भी कुदाल चलाकर श्रमदान किया।

इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों से जल संचयन करने की अपील की। उन्होंने कहा कि वर्षा जल बर्बाद हो जाता है जिसको संचित करने की जरूरत है। इसके लिए ग्राम विकास समिति को जल संचयन से जुड़ी योजना के लिए राज्य सरकार पांच लाख रुपए देगी। इस काम में किसी भी अधिकारी का हस्तक्षेप नहीं होगा। अगर बरसात के पानी को संचित किया जाएगा तो इससे भूगर्भ जल में वृद्धि होगी और पानी की किल्लत से मुक्ति मिलेगी। ग्रामीणों को बताया गया कि मुख्यमंत्री जन वन योजना के तहत वृक्षारोपण के लिए सरकार 80% अनुदान दे रही है जिसका फायदा उठाना चाहिए। मुख्य सचिव डीके तिवारी ने भी कहा कि 94% वर्षा जल बर्बाद हो जाता है। इसलिए इसके संचयन के लिए गंभीरता से विचार करना चाहिए।


मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर जिला प्रशासन रांची द्वारा पर्यावरण महत्व से सम्बंधित स्थानीय भाषा की पुस्तक का विमोचन किया। कार्यक्रम संपन्न होने के बाद मुख्यमंत्री रघुवर दास ने ग्रामीणों के साथ खिचड़ी भी खाई।

Body:नोConclusion:नो
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.