रांचीः मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन 8 दिसंबर से खतियानी जोहार यात्रा (Khatiani Johar Yatra) करेंगे. इस यात्रा की शुरुआत गढ़वा जिले से होगी, जहां मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन मंत्रिमंडलीय सहयोगियों के साथ साथ पार्टी और गठबंधन के नेताओं-कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे. बैठक में नेताओं और कार्यकर्ताओं की बात सुनेंगे और उनकी समस्या का समाधान करेंगे.
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महागठबंधन सरकार में समन्वय समिति के सदस्य और जेएमएम के कार्यकारी केंद्रीय महासचिव विनोद पांडे ने शुक्रवार को कहा कि हेमंत सोरेन की नेतृत्व वाली महागठबंधन सरकार ने जनता के इच्छा के अनुरूप एक के बाद एक फैसले लिए हैं. सहयोगी दलों के नेताओं और कार्यकर्ताओं की ओर से मांग की जा रही थी कि मुख्यमंत्री अपने कैबिनेट सहयोगियों के साथ सभी जिले की यात्रा करें. इसलिए महागठबंधन की ओर से यह फैसला लिया गया है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन यात्रा निकाले.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की 8 दिसंबर से संभावित खतियानी जोहार यात्रा महागठबंधन के बैनर तले होगा और इसमें झारखंड मुक्ति मोर्चा, राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता शामिल होंगे. मुख्यमंत्री के साथ साथ ज्यादा से ज्यादा मंत्रियों की भी उपस्थिति सुनिश्चित की जा रही है. विनोद पांडे ने कहा कि 1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति, ओबीसी को 27% आरक्षण, ओल्ड पेंशन स्कीम, यूनिवर्सल पेंशन स्कीम, अनुसूचित जाति-जनजाति, पिछड़ा वर्ग अल्पसंख्यक के मेधावी बच्चों को विदेश में पढ़ाई के लिए स्कॉलरशिप, पारा शिक्षकों के स्थायीकरण का मामला, कोरोना के दौरान अपने झारखंडी भाइयों को हवाई जहाज से घर वापसी का मामला आदि मुद्दा हैं. इस मुद्दों पर सरकार जनता की आकांक्षाओं पर खड़ी उतरी है. इसलिए जनता चाहती है कि वह अपने उम्मीदों को पूरा करने वाले मुख्यमंत्री और उनके सहयोगियों को जोहार और धन्यवाद कहें. उन्होंने कहा कि यात्रा करने का आग्रह लगातार जिला स्तर से आ रहा था. इसके बाद महागठबंधन के नेताओं ने यह फैसला लिया है.