घाटशिला/पूर्वी सिंहभूमः मां की करुणा की ताकत एक बार फिर सामने आई है. घाटशिला में मानसिक रूप से कमजोर बच्चे के इलाज के लिए ममता की पुकार सीएम के आसन तक पहुंच गई. बेबस मां की ईटीवी भारत में प्रकाशित खबर का सीएम हाउस में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने संज्ञान लिया. उन्होंने बच्चे की मदद के लिए विधायक रामदास सोरेन को दूरभाष पर जिम्मेदारी सौंपी. इस पर विधायक ने घाटशिला के एसडीएम सत्यवीर रजक और मुसाबनी बीडीओ सीमा कुमारी को बच्चे के इलाज के इंतजाम करने के आदेश दिए. इसके बाद अफसरों ने मानसिक रूप से कमजोर बच्चे को इलाज के लिए रांची में अस्पताल भेजने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए.
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विधायक के निर्देश पर सुबह ही प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने बच्चे को इलाज के लिए रांची भेजने की व्यवस्था की. बच्चे को एंबुलेंस उपलब्ध कराया गया. इसके अलावा स्थानीय जिला परिषद सदस्य बाघराय मार्डी, मुखिया शुक्रमुनि हेंब्रम और समाजसेवी गौरंग माहली की देखरेख में पीड़ित बच्चे को एंबुलेंस से रांची स्थित अस्पताल भेजा. स्थानीय लोगों ने भी इसके लिए आर्थिक सहयोग किया.
क्या है मामला
बता दें कि लड़के की मां मनरेगा में मजदूरी कर किसी तरह घर चलाती है. पैसे के अभाव में बेटे का सही इलाज नहीं हो पा रहा था. इधर लड़के के पिता ने दूसरी शादी कर ली और इन्हें छोड़कर दूसरे जगह रहने लगे. बच्चे के इलाज के लिए बेबस मां लोगों से मदद की गुहार लगा रही थी. इसकी खबर को ईटीवी भारत ने प्रकाशित किया तो मामला सीएम के आसन तक पहुंचा. इस पर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने संज्ञान लिया और स्थानीय विधायक को पीड़ित परिवार को मदद करने का निर्देश दिए. पीड़ित की मां ने इसके लिए सीएम और विधायक रामदास सोरेन सहित अन्य शुभचिंतकों को धन्यवाद दिया है.
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आदिवासी कल्याण मंत्री ने किया ट्वीट
इधर, आदिवासी कल्याण मंत्री चंपई सोरेन ने भी मामले की जानकारी पर ट्वीट कर जिले के उपायुक्त को इस पर आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया था. इसके जवाब में पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त ने ट्वीट कर कल्याण मंत्री को पूरी सिचुएशन से अवगत कराया.