रांची: विधानसभा में एक घंटा 24 मिनट के अपने संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने स्पष्ट कर दिया कि झारखंड में खतियान आधारित नियोजन नीति संभव नहीं है. साथ ही मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि उन्होंने कभी भी 5 लाख नौकरी नहीं, बल्कि 5 लाख रोजगार देने की बात कही है. मुख्यमंत्री ने विपक्ष के आरोपों का सिलसिलेवार जवाब दिया और कहा कि हम अच्छी तरह जानते हैं कि किस बॉल पर चौका-छक्का मारना है और किस बॉल पर दौड़कर रन लेना है.
मुख्यमंत्री की प्रमुख घोषणाएं: 7267 स्थाई पदों की नियुक्ति के लिए अधियाचना दी जा चुकी है. 2598 पदों के लिए विज्ञापन निकाला गया है. एक माह के भीतर 20 हजार पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू होगी. अब राज्य में भूमि अधिग्रहण कानून 2013 के तहत ही जमीन का अधिग्रहण होगा. सभी विधायकों के लिए आवास का निर्माण होगा. संथाल परगना के 4 जिलों में गंगा नदी का पानी सप्लाई किया जाएगा. 100 यूनिट तक बिजली बिल आने पर एक भी पैसा नहीं लिया जाएगा.
अब 250 वर्ग फीट की तुलना में 350 वर्ग फीट पर बनाए गए मकान पर होल्डिंग टैक्स नहीं लिया जाएगा . इससे 85,000 गरीब परिवारों को राहत मिलेगी. प्राइवेट स्कूलों के समतुल्य सभी जिलों में इंग्लिश मीडियम स्कूल खोला जाएगा. 12 जिलों में अगले सेशन से ही पढ़ाई शुरू करने की तैयारी है. चंद माह के भीतर टूरिस्ट का मूवमेंट दिखने लगेगा. पर्यटन नीति के तहत कई योजनाओं को धरातल पर उतारना है.
मुख्यमंत्री ने यूनिवर्सल पेंशन स्कीम, पेट्रोल सब्सिडी, 24 जिलों में खेल पदाधिकारी की नियुक्ति टेक्सटाइल इंडस्ट्री में दो हजार से ज्यादा बच्चियों की नियुक्ति की बात कही. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने एचसीएल के साथ करार किया है. जिसके तहत यह कंपनी न सिर्फ यहां के बच्चों को ट्रेंड कर नौकरी देगी बल्कि आगे की पढ़ाई की इच्छा रखने वाले बच्चों के पढ़ने की भी व्यवस्था सुनिश्चित करेगी.
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सीएम ने विपक्ष पर खूब ली चुटकी: अपने संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन विपक्ष को न सिर्फ आईना दिखाते रहे बल्कि चुटकी भी लेते रहे. उन्होंने अमर बावरी का हवाला देते हुए कहा कि पूर्ववर्ती रघुवर सरकार ने अगर नियुक्ति का दरवाजा खोला था तो फिर कोर्ट में औंधे मुंह कैसे गिर गया. लंबे समय तक शासन चलाने वालों ने व्यवस्था में इतने वायरस छोड़ रखे हैं कि उन्हें साफ करना मुश्किल हो रहा है. देवघर में जिस एम्स की दुहाई दी जा रही है, वहां अब तक सिर्फ ओपीडी शुरू हो पाया है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष में बैठे लोग सोने की थाली में खाते हैं और हाथी पर बैठकर उड़ते हैं. पूर्ववर्ती सरकार ने किसानों का हवाला देकर फॉर्च्यूनर, स्कॉर्पियो और बोलेरो रखने वालों को इजराइल भेजा था. इस पर आपत्ति जताते हुए पूर्व कृषि मंत्री ने इसे प्रमाणित करने की चुनौती दी. मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष में बैठे लोग सरकार को अस्थिर करने की कोशिश करते रहते हैं . इन्हें यूपी में जीत का गुरूर है लेकिन इन्हें समझना चाहिए कि 100 से ज्यादा सीटों पर जीत का अंतर बहुत कम है. इस गुरुर को भी जनता उतारेगी.
नवनिर्मित विधानसभा पर बोले सीएम: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि बेशक पूर्वर्ती रघुवर सरकार ने विधानसभा भवन का निर्माण कराया है लेकिन उन्हें समझ में नहीं आता कि विपक्ष में बैठे लोग इसको लेकर अपनी पीठ क्यों थपथपाते हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस विधानसभा का निर्माण गड्ढे में किया गया है. पता नहीं कभी भूकंप आ जाए तो सभी 81 विधायकों का समाधि स्थल ना बन जाए. आगे क्या होगा भगवान ही मालिक है.
प्रधानमंत्री पर भी सीएम ने ली चुटकी: मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी चुटकी ली. उन्होंने कहां की उन्होंने बीबीसी पर पीएम का इंटरव्यू देखा था. उसमें आयुष्मान भारत पर उन्होंने कहा था कि ऐसी योजना चला रहे हैं जिसमें राज्यों का ₹1 भी नहीं लगा है. सीएम ने भाजपा विधायकों से पूछा कि क्या आयुष्मान योजना का पूरा पैसा केंद्र सरकार देती है.
अपने पैरों पर खड़ा होगी सरकार- सीएम: उन्होंने कहा कि विपक्ष में बैठे लोगों ने 14 साल तक शासन किया है. एक समय था जब बाबूलाल मरांडी के समय यहां का बजट सरप्लस हुआ करता था. लेकिन विपक्ष सिर्फ इस कोशिश में हमेशा लगा रहा कि कैसे सत्ता पर काबिज हुआ जाए. सीएम ने सबसे पहले सरकार की मंशा और आगे की योजनाओं का जिक्र किया.
उन्होंने कहा कि आज तक पीडब्ल्यूडी से कभी राजस्व कलेक्शन नहीं हुआ. लेकिन उनकी सरकार ने दो माह में ही 150 करोड़ का राजस्व हासिल किया. फॉरेस्ट पर सेस लगाकर करोड़ों का राजस्व संग्रह हुआ है. इस फार्मूले को मजबूती से चलाया जाए तो राज्य को केंद्र से भीख मांगने की जरूरत नहीं होगी. मुख्यमंत्री ने सदन में एडमिनिस्ट्रेटिव रिफॉर्म्स पर तैयार पुलिंदा भी दिखाया. कहा कि देवाशीष गुप्ता जी की रिपोर्ट मुझे आज मिली है. अब तय होगा कि सरकार कैसे काम करेगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों के लिए एक फेडरेशन बनाया जा रहा है. वन उपज के लिए मार्केट तैयार किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन अपराधिक घटनाओं को लेकर विपक्ष हाय तौबा मचा रहा है उन्हें यह नहीं मालूम कि चंद घंटों के भीतर मामलों का उद्भेदन भी हो रहा है. उनके कार्यकाल में नक्सलवाद पर तेजी से लगाम कसा गया है.
भाजपा विधायकों ने उठाए सवाल: अमर बावरी ने कहा कि किस नियोजन नीति के हवाले से मुख्यमंत्री जी 20,000 नौकरी देने की बात कर रहे हैं. भाजपा विधायकों से जब मुख्यमंत्री ने पूछा कि क्या आप लोग 1932 खतियान लागू करना चाहते हैं तो इस पर सदन में खूब हंगामा हुआ .भाजपा विधायकों ने कहा कि हां आप इसे लागू करें. इस पर सीएम ने कहा कि इन लोगों ने 1985 को आधार बनाया था और अब 1932 की बात करने लगे हैं.