रांची: झारखंड हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डॉ रवि रंजन ने कोरोना वायरस से बचने के उपाय सही ढंग से किए गए हैं या नहीं इसको लेकर हाई कोर्ट परिसर का औचक निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान उनके साथ झारखंड हाई कोर्ट के न्यायाधीश आनंद सेन भी थे.
मुख्य न्यायाधीश अपनी गाड़ी से गेस्ट हाउस के पास ही उतर गए. सभी गाड़ी और गार्ड को अपने पीछे न आने को कहा वे वहां से पैदल झारखंड हाई कोर्ट के गेट नंबर 3 के तरफ चले गए. झारखंड हाई कोर्ट के गेट नंबर 3 से ही प्रवेश किए, प्रवेश के दौरान गेट नंबर तीन पर इंट्राडे थर्मामीटर से उनका बुखार चेक किया गया. उसके उपरांत ही उन्हें अंदर जाने की अनुमति दी गई. हाई कोर्ट परिसर में उन्होंने घूमकर साफ-सफाई और WHO के मानक के अनुरूप दवा के छिड़काव किए जाने का निरीक्षण किया.
जिसमें किए जा रहे बचाओ को संतोषजनक पाया, उसके बाद वे हाई कोर्ट परिसर स्थित हेल्थ सेंटर भी गए. वहां की स्थिति का जायजा लिया डॉक्टर से बातचीत की. साथ ही उन्होंने डॉक्टर को यह आदेश दिया कि अगर हाई कोर्ट में कोई संदिग्ध पेशेंट मिलता है तो तत्काल उसकी खून जांच के लिए ब्लड कलेक्ट करने वाले कर्मी की नियुक्ति किया जाए. उसके बाद वे टूट गए यह जानकारी झारखंड हाई कोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल अंबुज नाथ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दी.
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बता दें कि मंगलवार 17 मार्च को झारखंड हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डॉ रवि रंजन ने कोरोना वायरस को लेकर झारखंड हाई कोर्ट में सभी प्रकार के बचाव के कदम उठाने का निर्देश दिया था, उसी आदेश के आलोक में परिसर में WHO के अनुरूप दवा का छिड़काव किया जा रहा है. साफ-सफाई में तेजी लाई गई थी. इसकी औचक निरीक्षण शुक्रवार को झारखंड हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ने की औचक निरीक्षण के उपरांत वे संतुष्ट हुए की हाई कोर्ट परिसर में किए जा रहे बचाओ सही है.