रांची: आमतौर पर छठ पूजा (Chhath Puja 2022) के मौके पर घर से लेकर छठ घाटों तक साफ सफाई का विशेष प्रबंध किया जाता है, मगर उमेश कुमार दुबे एक ऐसे शख्स हैं जो अपनी दुकान के हर सामान को खास तरीके से शुद्ध कर बेचते हैं. इसकी चर्चा दूर तलक है.
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छठ पूजा 2022 (Chhath Puja 2022) को लेकर उत्साह चरम पर है. नहाय-खाय के साथ चार दिवसीय लोक आस्था के महापर्व छठ की शुरुआत हो चुकी है. छठ के दौरान पूजा का सबसे महत्वपूर्ण तत्व है शुद्धता. इसका घर से लेकर छठ घाट तक खास खयाल रखा जाता है. छठ के दौरान साफ सफाई और शुद्धता के इस खयाल को जीते हैं रांची के दुकानदार उमेश कुमार दुबे. जो तीस साल से छठ पूजा सामग्री बेच रहे हैं. लेकिन वो ग्राहकों को छठ की सामग्री जिस तरीके से बेचते हैं, उसकी पूरी राजधानी में चर्चा है.
बता दें कि आमतौर पर छठ के मौके पर घर से लेकर छठ घाटों तक साफ सफाई का विशेष प्रबंध किया जाता है मगर दुकानदार उमेश कुमार दुबे अपनी दुकान के हर सामान को बगैर पानी से धोए ग्राहकों को नहीं बेचते. पिछले 30 वर्षों से छठ के मौके पर ने सड़क किनारे दुकान लगाते हैं, इस दौरान उमेश कुमार दुबे बांस के सूप से लेकर नारियल तक की हर पूजा सामग्री बेचते हैं, जिसकी छठ व्रतियों को आवश्यकता होती है.
30 वर्षों से दुकान सजा रहे उमेश दुबेः छठ के मौके पर हर वर्ष दुकान लगाने वाले उमेश दुबे ने इस बार भी राजधानी के कचहरी चौक के समीप सड़क किनारे दुकान लगा रखी है. ईटीवी भारत की टीम ने जब उनके इस तरीके की वजह जाननी चाही तो उन्होंने कहा कि वे पिछले 30 वर्षों से छठ सामग्री की दुकान लगाते आ रहे हैं. शुद्धता को ध्यान में रखकर वे ग्राहकों को बगैर धोए कोई सामान नहीं बेचते.
कहीं मईया नाराज न हो जाएंः इसके पीछे का कारण बताते हुए उमेश दुबे ने कहा कि बांस का टोकरी हो या अन्य सामान बाजार तक जैसे तैसे पहुंचता है.छठ शुद्धता का पर्व है जिसमें हर कोई साफ सफाई पर विशेष ध्यान देता है. ऐसे में हम यदि किसी सामान को बेचते हैं तो यदि साफ करके नहीं देंगे तो छठी मईया नाराज हो जाएंगी. यही वजह है कि हम हमेशा सामानों को धोकर बेचते हैं. चाहे वह नारियल हो या बांस के डलिया व अन्य सामग्री.
ग्राहक करते हैं सराहनाः दुकानदार उमेश दुबे के इस कार्य की सराहना ग्राहक भी करने लगे हैं.साफ सफाई की वजह से कई वर्षों से उमेश की दुकान से छठ सामग्री खरीदने आ रहीं जयंती बताती हैं कि इन पर विश्वास है कि उचित दाम पर ये शुद्धता के साथ सामान देंगे. एक अन्य ग्राहक सौरभ कहते हैं कि स्वच्छता में भगवान का वास होता है और छठ को भी हम साफ सफाई और शुद्धता के साथ मनाते हैं. ऐसे में उमेश का यह विचार सराहनीय है.