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Crime News Ranchi: पैसे डबल होने के लालच में फंसे एक दर्जन निवेशक, 25.80 लाख रुपये लेकर कंपनी फरार - रांची कोतवाली थाना

रांची में कंपनी द्वारा पैसा डबल करने के नाम पर लोगों से ठगी (cheated people in name of doubling money) की गयी है. वेलफेयर ग्रुप ऑफ कंपनीज (Welfare Group Of Companies) नाम की कंपनी ने एक दर्जन निवेशकों से 25.80 लाख रुपये की ठगी कर फरार हो गयी है. इसको लेकर रांची कोतवाली थाना में शिकायत दी गयी है.

cheated people in name of doubling money by company In Ranchi
रांची
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Published : Aug 4, 2022, 6:55 AM IST

रांचीः राजधानी में पैसे दोगुना करने के नाम पर एक बार फिर ठगी का मामला सामने आया है. वेलफेयर ग्रुप ऑफ कंपनीज (Welfare Group Of Companies) नाम की कंपनी ने लोगों को पैसे दोगुना करने का झांसा देकर 25.80 लाख रुपये ठग (cheated people in name of doubling money) लिए. लाखों रुपए ठगने के बाद कंपनी राजधानी से अपना बोरिया बिस्तर समेटकर फरार हो गई है. मामले को लेकर ठगी के शिकार लोगों ने रांची कोतवाली थाना में प्राथमिकी दर्ज करवाई है.

इसे भी पढ़ें- धनबाद में एचडीएफसी में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी, साइबार थाना में शिकायत दर्ज


क्या है पूरा मामलाः वेलफेयर ग्रुप ऑफ कंपनीज नामक कंपनी पैसा दोगुना का लालच देकर (doubling money by company In Ranchi) दर्जनों खाताधारों के 25.80 लाख रुपए से अधिक रकम लेकर फरार (fraud company absconded) हो गयी. इस संबंध में रांची कोतवाली थाना में मो. अजहरूद्दीन अंसारी और महेश्वर महतो ने कंपनी के अधिकारियों पर अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज करायी है. दर्ज प्राथमिकी में कंपनी के निदेशक विशाखापतनम निवासी विजय कुमार माला, डोरंडा परासटोली के नवनीत कुमार पांडे, मो. अशरफ, रामजी राव और कंपनी को आरोपी बनाया गया है.

जांच में जुटी पुलिसः दर्ज प्राथमिकी के आधार पर कोतवाली पुलिस (Kotwali Police Station) मामले की जांच में जुट गयी है. रांची के रहने वाले मो. अजहरूद्दीन अंसारी की ओर से दर्ज प्राथमिकी में कहा गया है कि उसे कंपनी से जॉब का ऑफर किया गया. कंपनी के अधिकारियों ने उससे यह कहा कि वह ग्रामीणों को स्कीम बताकर खाता खोलवाए और उनसे पैसे जमा कराए. इसके एवज में उन्हें वेतन के साथ कमीशन भी दिया जाएगा.

इस बात पर मो. अजहरूद्दीन ने 2011 से 2016 के बीच 53 से ज्यादा ग्रामीणों से कंपनी के खाते में पैसा जमा करवाया. इस दौरान ग्रामीणों ने कुल 18 लाख 97 हजार 275 रुपए कंपनी के खाते में जमा किया. 2016 में जब मैच्यूरिटी पूरा हुआ और खाताधारक पैसे की मांग करने लगे. इसके बाद कंपनी के अधिकारी उन्हें पैसे देने के लिए टाल मटोल करने लगे. 2018 में खाताधारक के साथ वह कंपनी के निदेश से भी मिले. पैसा जल्द वापस करने का आश्वासन दिया, मगर अब तक राशि भुगतान नहीं किया गया. वहीं महेश्वर महतो की ओर से दर्ज की गई प्राथमिकी में छह लाख 83 हजार 290 रुपए ठगी का आरोप लगाया गया है.

रांचीः राजधानी में पैसे दोगुना करने के नाम पर एक बार फिर ठगी का मामला सामने आया है. वेलफेयर ग्रुप ऑफ कंपनीज (Welfare Group Of Companies) नाम की कंपनी ने लोगों को पैसे दोगुना करने का झांसा देकर 25.80 लाख रुपये ठग (cheated people in name of doubling money) लिए. लाखों रुपए ठगने के बाद कंपनी राजधानी से अपना बोरिया बिस्तर समेटकर फरार हो गई है. मामले को लेकर ठगी के शिकार लोगों ने रांची कोतवाली थाना में प्राथमिकी दर्ज करवाई है.

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क्या है पूरा मामलाः वेलफेयर ग्रुप ऑफ कंपनीज नामक कंपनी पैसा दोगुना का लालच देकर (doubling money by company In Ranchi) दर्जनों खाताधारों के 25.80 लाख रुपए से अधिक रकम लेकर फरार (fraud company absconded) हो गयी. इस संबंध में रांची कोतवाली थाना में मो. अजहरूद्दीन अंसारी और महेश्वर महतो ने कंपनी के अधिकारियों पर अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज करायी है. दर्ज प्राथमिकी में कंपनी के निदेशक विशाखापतनम निवासी विजय कुमार माला, डोरंडा परासटोली के नवनीत कुमार पांडे, मो. अशरफ, रामजी राव और कंपनी को आरोपी बनाया गया है.

जांच में जुटी पुलिसः दर्ज प्राथमिकी के आधार पर कोतवाली पुलिस (Kotwali Police Station) मामले की जांच में जुट गयी है. रांची के रहने वाले मो. अजहरूद्दीन अंसारी की ओर से दर्ज प्राथमिकी में कहा गया है कि उसे कंपनी से जॉब का ऑफर किया गया. कंपनी के अधिकारियों ने उससे यह कहा कि वह ग्रामीणों को स्कीम बताकर खाता खोलवाए और उनसे पैसे जमा कराए. इसके एवज में उन्हें वेतन के साथ कमीशन भी दिया जाएगा.

इस बात पर मो. अजहरूद्दीन ने 2011 से 2016 के बीच 53 से ज्यादा ग्रामीणों से कंपनी के खाते में पैसा जमा करवाया. इस दौरान ग्रामीणों ने कुल 18 लाख 97 हजार 275 रुपए कंपनी के खाते में जमा किया. 2016 में जब मैच्यूरिटी पूरा हुआ और खाताधारक पैसे की मांग करने लगे. इसके बाद कंपनी के अधिकारी उन्हें पैसे देने के लिए टाल मटोल करने लगे. 2018 में खाताधारक के साथ वह कंपनी के निदेश से भी मिले. पैसा जल्द वापस करने का आश्वासन दिया, मगर अब तक राशि भुगतान नहीं किया गया. वहीं महेश्वर महतो की ओर से दर्ज की गई प्राथमिकी में छह लाख 83 हजार 290 रुपए ठगी का आरोप लगाया गया है.

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