रांची: राजधानी के ग्रामीण इलाकों में इन दिनों वैसे गैंग सक्रिय हैं, जो दूसरे के नाम से सिम कार्ड हासिल करते हैं और फिर उसी सिम से रंगदारी की डिमांड की जाती है. रांची पुलिस ने चान्हो से टीपीसी के तीन उग्रवादियों को गिरफ्तार किया है. यह उग्रवादी पुल निर्माण कर रहे कंपनी से 5 लाख रुपए की रंगदारी व्हाट्सएप कॉल के माध्यम से मांग रहे थे. रंगदारी नहीं देने पर टीपीसी के एरिया कमांडर के नाम पर जान से मारने की धमकी भी दी जा रही थी.
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पुलिस ने कार्रवाई करते हुए जिन तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, उनमें टीपीसी का सक्रिय सदस्य गोविंद कुमार यादव, गुलाम गौस और फराज आलम शामिल हैं. इनके पास से पुलिस ने सौ सिम कार्ड के साथ-साथ अलग-अलग कंपनियों के आठ मोबाइल फोन भी बरामद किया है.
पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद जब मामले की तफ्तीश की गई तो पुलिस को जानकारी मिली है कि फराज आलम ने अपने ही पड़ोसी के नाम से कई अलग-अलग सिम खरीद रखा है, जिसका इस्तेमाल रंगदारी के लिए किया जा रहा है. रांची पुलिस ने भी लोगों से अपील जारी करते हुए कहा है कि किसी भी व्यक्ति को इस्तेमाल करने के लिए अपना सिम कार्ड ना दे, क्योंकि जाने अनजाने में अगर सिम का इस्तेमाल आपराधिक घटना में होती है तो सिम कार्डधारी पर भी कार्रवाई होगी.
रांची के प्रभारी ग्रामीण एसपी हारिस बिन जमा ने मामले की जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि ये उग्रवादी दूसरों के सिम के जरिए लोगों से रंगदारी मांग रहे थे. तीनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. आगे जांच जारी है.