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झारखंड में मानव तस्करी का बदलता स्वरूप, अब ब्लैकमेल कर हो रही वसूली

झारखंड में मानव तस्करी (Human trafficking in Jharkhand) का स्वरूप बदल गया है. मानव तस्कर प्लेसमेंट एजेंसी के माध्यम से लड़के और लड़कियों को घर के नौकर और नौकरानी का काम दिलवाते हैं. इसके बाद लड़कों से चोरी और लड़कियों से छेड़खानी का झूठा आरोप लगवा कर ब्लैकमेलिंग करवाते हैं.

human trafficking in Jharkhand
झारखंड में मानव तस्करी का बदलता स्वरूप
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Published : Nov 19, 2022, 6:04 PM IST

रांचीः झारखंड में मानव तस्करों (Human trafficking in Jharkhand) का एक ऐसा गिरोह सक्रिय है, जो लड़कियों से चोरी के साथ साथ ब्लैकमेलिंग कर पैसे ठगने का काम करवा रहा है. यह गिरोह प्लेसमेंट एजेंसियों के जरिये लोगों के घरों में घरेलू नौकरानी का काम करवाने के लिए बालिग लड़कियों को भेजते हैं और फिर इन लड़कियों की मदद से उन्हीं घरों में चोरी की वारदातों को अंजाम दिलवाते हैं.

यह भी पढ़ेंः रांचीः छह नाबालिग सहित 19 लड़कियों की नौकरी के नाम पर ट्रैफिकिंग, आरोपी पुलिस हिरासत में

दरअसल, झारखंड में एक अपराधी गिरोह सक्रिय है, जो फर्जी प्लेसमेंट एजेंसी के जरिए घरों में घरेलू कामगार देने का वादा करता है. बकायदा पेन पेपर पर सब कुछ होता है. घर में काम करने वाला लड़कियों और लड़कों का कॉन्ट्रैक्ट पेपर भरकर ही उसे लोग अपने घरों में काम के लिए लाते हैं. दो-तीन महीनों तक तो यह बिल्कुल सही तरीके से काम करते हैं. लेकिन जैसे ही मौका हाथ लगता है, वह घर से कीमती गहने और नगदी लेकर फरार हो जाता है. रांची के अशोक नगर इलाके से इस तरह के लगभग आधा दर्जन मामले सामने आए हैं. हालांकि थाने में मात्र दो मामले ही रिपोर्ट किए गए हैं. झारखंड का यह गिरोह दिल्ली, मुंबई जैसे शहरों में भी इस मॉडस के तहत काम कर रहा है.

ब्लैकमेल कर भी ठगते हैं पैसाः मानव तस्करों के खिलाफ लगातार अभियान चलाने वाले सीडब्ल्यूसी खूंटी के सदस्य वैधनाथ कुमार के अनुसार यह नया ट्रेंड चल रहा है, जिसके जरिए मानव तस्कर लोगों से ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं. वैधनाथ कुमार ने बताया कि मानव तस्कर जिन लड़कियों को पेलसमेंट एजेंसियों के सहयोग से लोगों के घरों में भेजते हैं. वह उन लड़कियों को पहले ब्लैकमेलिंग में ट्रेंड करते हैं फिर उन्हें काम करने भेजते हैं. घर में लड़कियां काम करने लगती है तो वे अपने मालिक पर छेड़खानी का आरोप लगाती हैं और फिर प्राथमिकी की धमकी देकर पैसे की वसूली करती हैं.



निशाने पर संपन्न लोगः झारखंड मानव तस्करी के लिए पहले से ही बदनाम है. लेकिन अब मानव तस्करों का यह नया स्वरूप बड़ी समस्या बन रहा है. इन तस्करों के निशाने पर संपन्न लोग ज्यादा हैं. रांची के अरगोड़ा थाने में भी मानव तस्करों के जरिये ठगी की वारदातें रिपोर्ट हुई है. पिछले महीने ही अरगोड़ा थाना में दर्शन प्लेसमेंट सर्विस एजेंसी द्वारा ठगी किए जाने को लेकर मामला दर्ज किया गया था. अशोक नगर के रहने वाले प्रदीप कुमार सिंह ने दर्शन प्लेसमेंट एजेंसी सर्विस के खिलाफ घरेलू नौकरानी भेजकर घर में चोरी करवाने का मामला दर्ज करवाया था.


रांची एसएसपी किशोर कौशल ने बताया कि मानव तस्करों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. पुलिस को जब भी सूचना मिलती है, तत्काल कार्रवाई करती है. उन्होंने कहा कि पीड़ित लोग थाने में प्राथमिकी दर्ज जरूर कराए. इसके साथ ही किसी भी प्लेसमेंट एजेंसी को बिना जांचे परखे उनके लोगों को अपने घरों में नौकरी नहीं दें.

रांचीः झारखंड में मानव तस्करों (Human trafficking in Jharkhand) का एक ऐसा गिरोह सक्रिय है, जो लड़कियों से चोरी के साथ साथ ब्लैकमेलिंग कर पैसे ठगने का काम करवा रहा है. यह गिरोह प्लेसमेंट एजेंसियों के जरिये लोगों के घरों में घरेलू नौकरानी का काम करवाने के लिए बालिग लड़कियों को भेजते हैं और फिर इन लड़कियों की मदद से उन्हीं घरों में चोरी की वारदातों को अंजाम दिलवाते हैं.

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दरअसल, झारखंड में एक अपराधी गिरोह सक्रिय है, जो फर्जी प्लेसमेंट एजेंसी के जरिए घरों में घरेलू कामगार देने का वादा करता है. बकायदा पेन पेपर पर सब कुछ होता है. घर में काम करने वाला लड़कियों और लड़कों का कॉन्ट्रैक्ट पेपर भरकर ही उसे लोग अपने घरों में काम के लिए लाते हैं. दो-तीन महीनों तक तो यह बिल्कुल सही तरीके से काम करते हैं. लेकिन जैसे ही मौका हाथ लगता है, वह घर से कीमती गहने और नगदी लेकर फरार हो जाता है. रांची के अशोक नगर इलाके से इस तरह के लगभग आधा दर्जन मामले सामने आए हैं. हालांकि थाने में मात्र दो मामले ही रिपोर्ट किए गए हैं. झारखंड का यह गिरोह दिल्ली, मुंबई जैसे शहरों में भी इस मॉडस के तहत काम कर रहा है.

ब्लैकमेल कर भी ठगते हैं पैसाः मानव तस्करों के खिलाफ लगातार अभियान चलाने वाले सीडब्ल्यूसी खूंटी के सदस्य वैधनाथ कुमार के अनुसार यह नया ट्रेंड चल रहा है, जिसके जरिए मानव तस्कर लोगों से ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं. वैधनाथ कुमार ने बताया कि मानव तस्कर जिन लड़कियों को पेलसमेंट एजेंसियों के सहयोग से लोगों के घरों में भेजते हैं. वह उन लड़कियों को पहले ब्लैकमेलिंग में ट्रेंड करते हैं फिर उन्हें काम करने भेजते हैं. घर में लड़कियां काम करने लगती है तो वे अपने मालिक पर छेड़खानी का आरोप लगाती हैं और फिर प्राथमिकी की धमकी देकर पैसे की वसूली करती हैं.



निशाने पर संपन्न लोगः झारखंड मानव तस्करी के लिए पहले से ही बदनाम है. लेकिन अब मानव तस्करों का यह नया स्वरूप बड़ी समस्या बन रहा है. इन तस्करों के निशाने पर संपन्न लोग ज्यादा हैं. रांची के अरगोड़ा थाने में भी मानव तस्करों के जरिये ठगी की वारदातें रिपोर्ट हुई है. पिछले महीने ही अरगोड़ा थाना में दर्शन प्लेसमेंट सर्विस एजेंसी द्वारा ठगी किए जाने को लेकर मामला दर्ज किया गया था. अशोक नगर के रहने वाले प्रदीप कुमार सिंह ने दर्शन प्लेसमेंट एजेंसी सर्विस के खिलाफ घरेलू नौकरानी भेजकर घर में चोरी करवाने का मामला दर्ज करवाया था.


रांची एसएसपी किशोर कौशल ने बताया कि मानव तस्करों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. पुलिस को जब भी सूचना मिलती है, तत्काल कार्रवाई करती है. उन्होंने कहा कि पीड़ित लोग थाने में प्राथमिकी दर्ज जरूर कराए. इसके साथ ही किसी भी प्लेसमेंट एजेंसी को बिना जांचे परखे उनके लोगों को अपने घरों में नौकरी नहीं दें.

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