रांची: साहिबगंज की महिला थाना प्रभारी रूपा तिर्की की संदेहास्पद मौत के मामले में राज्य सरकार ने न्यायिक जांच के आदेश दे दिया है. जिसका केंद्रीय सरना समिति स्वागत किया और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को धन्यवाद भी दिया है.
रूपा तिर्की की संदेहास्पद मौत के बाद से ही उनके परिजन और आदिवासी समाज सीबीआई जांच की मांग कर रहे थे. अब भी कई संगठन सीबीआई जांच की मांग पर अड़े हैं लेकिन झारखंड सरकार ने न्यायिक जांच कराने के आदेश दिए हैं.
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हेमंत सरकार की छवि को धूमिल करने की कोशिश
केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष अजय तिर्की ने कहा कि राज्य सरकार के फैसले के बाद भी जो संगठन सीबीआई जांच की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं वे सभी बीजेपी के बहकावे में कर रहे हैं. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की छवि को धूमिल करने के लिए ऐसा कर रहे हैं. उन संगठनों से आग्रह किया है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के इस फैसले का स्वागत करें और न्यायिक जांच पर भरोसा करें.
6 महीने में रिपोर्ट देगा आयोग
बता दे कि साहिबगंज के बहुचर्चित महिला थाना प्रभारी रूपा तिर्की की आत्महत्या के मामले में सूबे की हेमंत सोरेन सरकार ने जांच आयोग के गठन को मंजूरी दे दी है. एक सदस्यीय जांच आयोग में झारखंड हाई कोर्ट के रिटायर्ड चीफ जस्टिस विनोद कुमार गुप्ता को इसकी जिम्मेदारी दी गई है. विनोद कुमार गुप्ता हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड हाईकोर्ट में भी चीफ जस्टिस रह चुके हैं. जांच आयोग का कार्यकाल 6 महीना निर्धारित किया गया है. 6 महीने के अंदर आयोग अपनी रिपोर्ट सरकार को देगी.