ETV Bharat / state

रांची में AIIMS के लिए अब गेंद राज्य सरकार के पाले में, केंद्र ने मांगा मंतव्य

झारखंड में एक और एम्स खुलने की पहल शुरू हो गई है. पीएमओ ने राज्य सरकार से इसके लिए जमीन और राय मांगी है. झारखंड के उद्योग विभाग ने भी केंद्रे के पत्र के आलोक में स्वास्थ्य विभाग से जमीन और एम्स को लेकर राय मांगी है.

author img

By

Published : Oct 28, 2021, 9:55 PM IST

Updated : Oct 29, 2021, 3:49 PM IST

Ranchi AIIMS
Ranchi AIIMS

रांची: झारखंड में देवघर के बाद दूसरा एम्स राजधानी रांची में भी बनाने की भाजपा सांसद संजय सेठ की पहल पर पीएमओ ने संज्ञान लिया है. पीएमओ ने राज्य सरकार से इसके लिए मंतव्य के साथ-साथ भूमि चिन्हित कर इसकी पूरी जानकारी मांगी है.

ये भी पढ़ें- देवघर एम्स भवन उद्घाटनः थोड़ी देर में बाबाधाम पहुंच सकते हैं राज्यपाल रमेश बैस, सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद


पीएमओ के पत्र के बाद उद्योग निदेशक ने लिखा स्वास्थ्य विभाग के एसीएस को पत्र

झारखंड में एक और एम्स की स्थापना को लेकर पीएमओ से आए पत्र के बाद राज्य के उद्योग निदेशक जितेंद्र सिंह ने अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य सेवा अरुण कुमार सिंह से विभाग का मंतव्य और भूमि चिन्हित कर जानकारी मांगी है.

Ranchi AIIMS
उद्योग विभाग का पत्र
भाजपा सांसद संजय सेठ ने कहा- झारखंड सरकार जल्द मंतव्य दे

रांची के भाजपा सांसद संजय सेठ ने कहा कि तीन महीने पहले उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से झारखंड में एक और एम्स की जरूरत बताते हुए रांची में एम्स बनाने का आग्रह किया था. अब गेंद राज्य सरकार के पाले में है कि वह जितना जल्दी हो सके रांची में एम्स के लिए भूमि चिन्हित करने के साथ-साथ अपना मंतव्य पीएमओ को भेजे.

रांची एम्स से 3 करोड़ लोगों को होगा लाभ

सांसद संजय सेठ ने कहा कि रांची में एम्स खुलने से इसका लाभ झारखंड की जनता के अलावा पड़ोसी राज्यों के निकटवर्ती जिले के लोगों को भी मिलेगा और यह राज्य के लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी.

रघुवर राज में देवघर में एम्स की मिली थी अनुमति

राज्य में भाजपा शासन में रघुवर दास के मुख्यमंत्रित्व काल में देवघर में एम्स खोलने की अनुमति मिली थी तब तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी और कई कैबिनेट मंत्री की इच्छा रांची में एम्स खोलने की थी. लेकिन मुख्यमंत्री रघुवर दास की इच्छा संथाल क्षेत्र के देवघर में एम्स बनाने की थी. तब तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री के साथ-साथ राज्य के कई प्रबुद्ध डॉक्टरों की राय थी कि एम्स जैसा बड़ा अस्पताल राजधानी में होना चाहिए ताकि देश के बड़े-बड़े डॉक्टर और फैकल्टी संस्थान में सेवा देने के लिए उपलब्ध हो सकें.


रांची में जमीन की कमीं नहीं, अब इच्छा शक्ति पर निर्भर करेगा सबकुछ

रांची के रिनपास कांके और इटकी में पर्याप्त जमीन स्वास्थ्य विभाग के पास है, जो शहर के करीब भी है. अब देखना होगा कि राज्य सरकार और स्वास्थ्य विभाग कितना जल्दी अपने मंतव्य से केंद्र को अवगत कराती है.

रांची: झारखंड में देवघर के बाद दूसरा एम्स राजधानी रांची में भी बनाने की भाजपा सांसद संजय सेठ की पहल पर पीएमओ ने संज्ञान लिया है. पीएमओ ने राज्य सरकार से इसके लिए मंतव्य के साथ-साथ भूमि चिन्हित कर इसकी पूरी जानकारी मांगी है.

ये भी पढ़ें- देवघर एम्स भवन उद्घाटनः थोड़ी देर में बाबाधाम पहुंच सकते हैं राज्यपाल रमेश बैस, सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद


पीएमओ के पत्र के बाद उद्योग निदेशक ने लिखा स्वास्थ्य विभाग के एसीएस को पत्र

झारखंड में एक और एम्स की स्थापना को लेकर पीएमओ से आए पत्र के बाद राज्य के उद्योग निदेशक जितेंद्र सिंह ने अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य सेवा अरुण कुमार सिंह से विभाग का मंतव्य और भूमि चिन्हित कर जानकारी मांगी है.

Ranchi AIIMS
उद्योग विभाग का पत्र
भाजपा सांसद संजय सेठ ने कहा- झारखंड सरकार जल्द मंतव्य दे

रांची के भाजपा सांसद संजय सेठ ने कहा कि तीन महीने पहले उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से झारखंड में एक और एम्स की जरूरत बताते हुए रांची में एम्स बनाने का आग्रह किया था. अब गेंद राज्य सरकार के पाले में है कि वह जितना जल्दी हो सके रांची में एम्स के लिए भूमि चिन्हित करने के साथ-साथ अपना मंतव्य पीएमओ को भेजे.

रांची एम्स से 3 करोड़ लोगों को होगा लाभ

सांसद संजय सेठ ने कहा कि रांची में एम्स खुलने से इसका लाभ झारखंड की जनता के अलावा पड़ोसी राज्यों के निकटवर्ती जिले के लोगों को भी मिलेगा और यह राज्य के लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी.

रघुवर राज में देवघर में एम्स की मिली थी अनुमति

राज्य में भाजपा शासन में रघुवर दास के मुख्यमंत्रित्व काल में देवघर में एम्स खोलने की अनुमति मिली थी तब तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी और कई कैबिनेट मंत्री की इच्छा रांची में एम्स खोलने की थी. लेकिन मुख्यमंत्री रघुवर दास की इच्छा संथाल क्षेत्र के देवघर में एम्स बनाने की थी. तब तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री के साथ-साथ राज्य के कई प्रबुद्ध डॉक्टरों की राय थी कि एम्स जैसा बड़ा अस्पताल राजधानी में होना चाहिए ताकि देश के बड़े-बड़े डॉक्टर और फैकल्टी संस्थान में सेवा देने के लिए उपलब्ध हो सकें.


रांची में जमीन की कमीं नहीं, अब इच्छा शक्ति पर निर्भर करेगा सबकुछ

रांची के रिनपास कांके और इटकी में पर्याप्त जमीन स्वास्थ्य विभाग के पास है, जो शहर के करीब भी है. अब देखना होगा कि राज्य सरकार और स्वास्थ्य विभाग कितना जल्दी अपने मंतव्य से केंद्र को अवगत कराती है.

Last Updated : Oct 29, 2021, 3:49 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.