रांचीः राजधानी के जगन्नाथ अस्पताल के निदेशक डॉ. सुधीर कुमार के खिलाफ गुरुवार को कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है. उनपर इलाज में लापरवाही और तीन लाख रुपये धोखाधड़ी से लेने का आरोप है.
पैसे ठगने का आरोप
शिकायत रांची के नामकुम अमेठिया नगर गैस गोदाम रोड निवासी राकेश कुमार ने दर्ज कराई है, जिसमें बताया है कि 29 नवंबर 2019 को हादसे का शिकार होने पर उनका पांव फ्रैक्चर हो गया था. इसके इलाज के लिए एक दिसंबर 2019 को वो डॉ. सुधीर कुमार से मिले. इस पर डॉ. सुधीर कुमार ने अपने अस्पताल में भर्ती कराया और पैर का इलाज कराया. इस दौरान सारी फीस और खर्च दे चुका था. इसके बाद सारे परामर्श को मानने के बावजूद दर्द ठीक नहीं हुआ, तो 18 जनवरी 2020 को दोबारा एडमिट लेकर पैर का ऑपरेशन किया गया. इसके बावजूद दर्द कम नहीं हुआ. बाद में दूसरी जगह एक्सरे कराने पर पता चला कि पैर का ऑपरेशन कर लगाए गए रॉड का बोल्ट टूटा हुआ है. इस वजह से दर्द ठीक नहीं हुआ.
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टूटा हुआ बोल्ट छुपाकर एक्सरे करने का आरोप
रोकेश कुमार ने अपने आवेदन में बताया कि दर्द से परेशान रहने की वजह से तीन जून 2020 को वे हिनू के एक डिजिटल एक्सरे पर पहुंचे और एक्सरे कराया, जहां पता चला कि उनके पैर में जो रॉड और बोल्ट लगाया गया है उसमें बोल्ट टूटा है. इस टूटे हुए बोल्ट को डॉ. सुधीर कुमार के अस्पताल में छुपाकर एक्सरे किया जा रहा था. राकेश कुमार ने कहा कि वह अब तक तीन लाख रुपये फीस दे चुका है. इसके बावजूद लापरवाही पूर्वक इलाज किया गया. इससे उनका पैर खराब हो चुका है. राकेश कुमार ने पुलिस से कार्रवाई करने की मांग की है. इस मामले पर कोतवाली थाना प्रभारी बृज कुमार ने कहा है कि शिकायत दर्ज की गई है. इसकी जांच के लिए सिविल सर्जन को पत्र भेजा जाएगा.