रांची: झारखंड की राजधानी रांची के बूटी मोड़ के पास छात्रों ने उस वक्त हंगामा मचा दिया, जब सीआईपी कांके में होने वाली बहाली के लिए ली जा रही परीक्षा रद्द कर दी गई. छात्र सुबह 9:00 बजे ही सेंटर पर पहुंच गए थे और परीक्षा देने के लिए तैयार थे. उसी दौरान सेंटर के लोग और परीक्षा निरीक्षक ने जानकारी दी कि परीक्षा रद्द कर दी गई है.
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छात्रों से क्या कहा गया: परीक्षा रद्द होने से सेंटर पर पहुंचे अभ्यर्थी काफी आक्रोशित हुए और जमकर हंगामा किया. अभ्यर्थी भरत कुमार ने कहा कि लाइब्रेरी क्लर्क, मेडिकल रिकॉर्ड क्लर्क सहित विभिन्न पदों के लिए जो परीक्षा हो रही थी, जिसके लिए 9:00 बजे ही छात्र अपने सेंटर पर पहुंच गए थे. लेकिन अचानक छात्रों से कहा गया कि टेक्निकल समस्या की वजह से परीक्षा रद्द की जा रही है.
छात्रों ने रखी ये मांगें: छात्र भरत कुमार ने बताया कि जिस तरह से सीआईपी प्रबंधन ने छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है, उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. छात्रों की मांग है कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी सीआईपी प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई करें नहीं तो छात्रों का आंदोलन और भी उग्र होगा. आक्रोशित छात्रों ने कहा कि इस परीक्षा को देने के लिए देश के विभिन्न जिलों से छात्र आये हुए हैं, लेकिन आने के बाद उन्हें पता चला कि उनकी परीक्षा रद्द हो गई है. ऐसे में जो छात्र अपने खर्च पर लंबा सफर तय करके पहुंचे हैं, उनके किराए का वहन सीआईपी प्रबंधन को करना चाहिए ताकि छात्रों पर प्रबंधन की लापरवाही की वजह से खर्च का बोझ ना बढ़े.
क्या कहते हैं सीआईपी के एसोसिएट प्रोफेसर: वहीं पूरे मामले पर जब सेंटर पर पहुंचे सीआईपी के एसोसिएट प्रोफेसर व ऑब्जर्वर डॉक्टर अविनाश शर्मा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि सिर्फ बूटी मोड़ स्थित शिवा इन्फोटेक सेंटर की परीक्षा रद्द नहीं की गई है, बल्कि राजधानी रांची में चार सेंटर बनाए गए थे. सभी सेंटर के परीक्षा रद्द किए गए हैं. डॉ अविनाश शर्मा ने बताया कि जिन जिन पदों के लिए परीक्षा होनी थी, उन सभी परीक्षा को फिलहाल रद्द कर दिया गया है. आने वाले समय में सभी परीक्षा को फिर से आयोजित किया जाएगा. उन्होंने बताया कि सीआईपी संस्थान सोमवार को खुलेगा, जिसके बाद सीआईपी के निदेशक से वार्ता कर छात्रों की मांगों पर विचार किया जाएगा.
छात्रों का प्रदर्शन देख मौके पर पहुंची पीसीआर वैन: इधर छात्रों का विरोध प्रदर्शन देखते हुए पीसीआर वैन मौके पर पहुंची और उग्र छात्रों को समझा-बुझाकर शांत कराया. प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने कहा कि यदि इसी तरह से परीक्षा रद्द होते रहेंगे तो आने वाले समय में सभी छात्रों की उम्र सीमा समाप्त हो जाएगी और वह चाह कर भी नौकरी के लिए अप्लाई नहीं कर सकेंगे. इसीलिए जितने भी पदों के लिए नियुक्ति रद्द हुई है, उसके लिए जल्द से जल्द दोबारा परीक्षा आयोजित कराई जाए ताकि सक्षम छात्रों को रोजगार मिल सके.