रांचीः रांची विश्वविद्यालय कैंपस में शिक्षक, कर्मचारियों और उनके परिजनों के लिए कोरोना टीकाकरण की व्यवस्था की गई है. सोमवार को 110 शिक्षकों और कर्मचारियों ने वैक्सीन की पहली डोज लगवाई. इस दौरान कर्मचारियों में उत्साह दिखा. इधर झारखंड में विभिन्न प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे युवाओं की ओर से बेरोजगारी के मुद्दे पर चलाए जा रहे अभियान की भी कैंपस में चर्चा होती नजर आई.
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बता दें कि रांची विश्वविद्यालय राज्य का यह पहला विश्वविद्यालय है जहां विश्वविद्यालय कैंपस में ही शिक्षकों, विद्यार्थियों और कर्मचारियों के लिए कोरोना टीकाकरण की व्यवस्था की गई है. यहां 18 साल से 45 साल के तमाम कर्मचारियों शिक्षकों और विद्यार्थियों को कोरोना का टीका लगवाया गया.
110 लोगों ने लगवाया टीका
सोमवार को यानी कि पहले दिन विश्वविद्यालय कैंपस में ही 110 लोगों ने वैक्सीन की पहली डोज लगवाई. यह टीकाकरण सदर अस्पताल के सहयोग से संचालित किया जा रहा है. यहां लोगों को कोविशील्ड का टीका लगवाया गया. इस मौके पर रांची विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. कामिनी कुमार, कुलसचिव डॉ. मुकुल चंद्र मेहता, परीक्षा नियंत्रक डॉ. आशीष कुमार झा, डीएसडब्ल्यू राजकुमार शर्मा समेत कई लोग मौजूद रहे.
ट्विटर पर ट्रेंड कर रहा है बेरोजगारी पर आंदोलन
झारखंड में विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं की ओर से रोजगार के मुद्दे पर ट्विटर पर एक अभियान चलाया जा रहा है. इस अभियान के तहत हेमंत सरकार को बेरोजगारी के मुद्दे पर घेरा जा रहा है. ट्विटर पर युवाओं की घेराबंदी जबरदस्त तरीके से दिख रही है. सोमवार को सवा चार लाख से अधिक युवाओं ने इस मुद्दे को लेकर ट्वीट किया है.
जारी रहेगा अभियान
अभियान के शुरुआती 3 घंटे में ही 3 लाख से अधिक युवाओं ने ट्वीट किए थे. #झारखंडी युवा मांगे रोजगार जैसे स्लोगन लिखे जा रहे हैं. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश, पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने भी इस मुद्दे पर ट्वीट किया है. जेपीएससी के अभ्यर्थियों के अलावा विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं ने कहा है कि यह अभियान लगातार चलेगा.