रांची: झारखंड विधानसभा ने पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के वार्षिक बजट की मंजूरी दे दी है. भोजनावकाश के बाद 2 बजे सदन की कार्यवाही के दौरान इस पर गरमागरम चर्चा हुई. चर्चा में भाग लेते हुए जहां कांग्रेस विधायक ममता देवी ने उनके क्षेत्र में जलमीनार बंद रहने पर आपत्ति जताते हुए विभाग के जवाब पर आपत्ति जताई वहीं भाजपा विधायक ढुल्लू महतो ने बाघमारा फेज 2 जलाशय योजना की बदहाली का मुद्दा सदन में उठाया. चर्चा में भाग लेते हुए कांग्रेस विधायक प्रदीप यादव ने भूगर्भ निदेशालय की रिपोर्ट पर गंभीर चिंता जताते हुए कहा कि रांची, झड़िया, गोड्डा सहित राज्य के कई इलाकों में ग्राउंड वाटर की स्थिति इतनी भयावह हो गई है कि इसे निदेशालय ने रेड अलर्ट घोषित किया है.
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भाजपा ने किया वाक आउट सत्तापक्ष ने कहा जवाब सुनना नहीं चाहता विपक्ष: पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के गरमागरम चर्चा के बीच विपक्षी दल भाजपा ने सदन का बहिष्कार कर सरकार पर सही जवाब नहीं देने का आरोप लगाया. भाजपा विधायक और सदन के अंदर विरोधी दल के मुख्य सचेतक बिरंची नारायण ने कहा कि सरकार जवाब नहीं दे पा रही है. उन्होंने सरकार के कामकाज की आलोचना करते हुए कहा कि पेयजल विभाग के जुनियर इंजीनियर कहता है कि जिस गांव में भाजपा को वोट मिला है, वहां चापाकल नहीं लगेगा. उन्होंने कहा कि सरकार ने वादा किया था कि हर वर्ष हर विधानसभा क्षेत्र में पांच पांच चापाकल लगेगा, मगर ये भी नहीं हो सका है.
वहीं, निर्दलीय विधायक सरयू राय ने नदी जल संरक्षण को लेकर सदन का ध्यान आकृष्ट कराते हुए नदी संरक्षण अधिनियम बनाने की मांग की. इधर, विपक्ष के द्वारा सदन की कार्यवाही का बहिष्कार के बीच सदन में पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने सरकार का पक्ष रखा. सदन में मंत्री ने जल है जीवन एवं स्वच्छता है प्राण को मिशन के तहत सरकार की कार्य योजना बताई. विपक्ष पर तंज कसते हुए मिथिलेश कुमार ठाकुर ने कहा कि सरकार का जवाब सुनने की शक्ति भाजपा को नहीं है यही वजह है कि सदन से हर दिन वाक आउट विधायक कर जाते हैं.
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कांग्रेस विधायक ने सदन के अंदर बंद पड़े अस्पतालों को लेकर उठाया सवाल: कांग्रेस विधायक राजेश कच्छप ने अपने विधानसभा क्षेत्र से जुड़े स्वास्थ्य क्षेत्र के मुद्दे उठाए. उन्होंने कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र में लगभग पांच ऐसे अस्पताल हैं जिनमें मैनपावर की कमी है. डॉक्टरों के अभाव के कारण वहां पर मरीजों का इलाज नहीं हो पा रहा है. उन्होंने कहा कि इतने बड़े विधानसभा क्षेत्र में अस्पताल होने के बावजूद इलाज नहीं होने के कारण लोग रिम्स अस्पताल में मजबूरन आते हैं.
सदन के अंदर उठा बांग्लादेशी घुसपैठ का मुद्दा: भारतीय जनता पार्टी के विधायक अनंत ओझा ने सदन के अंदर राज्य में बांग्लादेशी घुसपैठ का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा है कि राज्य में 1951 के जनगणना और 1952 के वोटर लिस्ट के आधार पर चिन्हित कर एनआरसी लागू किया जाए. उन्होंने कहा कि राजधानी रांची में भी बांग्लादेशी घुसपैठिए आपको मिल जाएंगे. उन्होंने कहा कि राज्य के सीमावर्ती इलाका पाकुड़, साहिबगंज असंतुलित हुआ है और झारखंड का कोई भी ऐसा हिस्सा नहीं है जहां पर बांग्लादेश बैठी नहीं है, जिसके कारण राष्ट्र विरोधी गतिविधियों का अड्डा झारखंड बन गया है.