रांचीः भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और झारखंड के पूर्व मंत्री रामचंद्र केशरी के सामाजिक और राजनीतिक जीवन पर आधारित पुस्तक "सड़क से सदन तक-संघर्ष के क्रांतिवीर रामचंद्र केशरी" का विमोचन पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी और भाजपा के प्रदेश प्रभारी लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने किया. रविवार को रांची के हरमू स्थित स्वागतम बैंक्वेट हॉल में राम मनोहर लोहिया चेतना मंच द्वारा आयोजित कार्यक्रम में पुस्तक का विमोचन किया गया. बताते चलें कि विजय केशरी द्वारा संपादित पुस्तक में पूर्व मंत्री और लोहियावादी नेता रामचंद्र केशरी के 50 वर्षों की लंबी संघर्षपूर्ण राजनीतिक और सामाजिक यात्रा के अनुभवों को शामिल किया गया है.
ये भी पढे़ं-'द हॉक आईएएस' पुस्तक का विमोचन, सिविल सेवा की तैयारी कर रहे छात्रों को मिलेगा गाइडलाइन
रामचंद्र केशरी के संघर्ष को पुस्तक में शब्दों में पिरोया गया हैः इस मौके पर डॉ राममनोहर लोहिया चेतना मंच के सचिव विजय कुमार केशरी ने कहा कि यह पुस्तक लोहियावादी विचारधारा के प्रबल समर्थक रहे पूर्व मंत्री रामचंद्र केशरी के संघर्ष के जीवन के 50 वर्षों को शब्दों में पिरोया गया है. इस पुस्तक को लिखने में ढाई वर्ष से अधिक का समय लगा है. 24 मार्च 2020 को देश में कोरोना का लॉकडाउन लगने के बाद 28 मार्च से इस पुस्तक को लिखना शुरू किया गया था और आज यह पूरा हुआ है.
पुस्तक में लिखी बातें युवाओं के लिए प्रेरणादायीः इस मौके पर भाजपा झारखंड के प्रदेश महामंत्री बालमुकंद सहाय ने कहा कि रामचंद्र केशरी का जीवन हमेशा समाज के उन वर्गों के लिए रहा जो शोषित और वंचित हैं. पंडित दीनदयाल उपाध्याय के एकात्म मानववाद, लोहिया के समाजवाद और नरेंद्र मोदी का सबका साथ, सबका विकास के काम में आज भी रामचंद्र केशरी लगे हुए हैं. यह पुस्तक युवाओं को संघर्ष के लिए आगे आने की प्रेरणा देगा.
समस्याओं से जूझते हुए समाजवाद का झंडा बुलंद करना आसान नहींः वहीं पूर्व मंत्री भानुप्रताप शाही ने कहा कि यह पुस्तक भूतकाल की अभिव्यक्ति है. पलामू की राजनीति में जिन लोगों का नाम अविस्मरणीय है उनमें रामचंद्र केशरी का नाम भी एक है. गांव से निकलकर तमाम समस्याओं से जूझते हुए समाजवाद का झंडा बुलंद करना आसान नहीं रहा होगा.
समाजवादी नेता के 50 वर्षों की संघर्ष गाथा है पुस्तक मेंः वहीं पूर्व मंत्री सह विधायक सीपी सिंह ने कहा कि सड़क से सदन तक कोई सामान्य पुस्तक नहीं, बल्कि एक समाजवादी नेता के 50 वर्षो के संघर्ष की जीवन गाथा है. राजनीतिज्ञों का संघर्ष कोई कम नहीं होता. अपने जीवन के सात वर्ष में ही पिता के निधन के बाद से ही रामचंद्र केशरी का जीवन संघर्ष शुरू हो गया था.
रामचंद्र केशरी पार्टी कार्यकर्ताओं के मार्गदर्शकः वहीं राज्यसभा में भाजपा के मुख्य सचेतक और झारखंड भाजपा प्रभारी लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने कहा कि रामचंद्र केशरी हम सभी पार्टी कार्यकर्ताओं के मार्गदर्शक हैं. लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने कहा कि हम लोग बचपन मे नारा लगाते थे भारत माता के तीन लाल- गांधी, लोहिया और दीनदयाल. उन्हीं में से एक राम मनोहर लोहिया के अनुयायी पर लिखित पुस्तक के लोकार्पण में शामिल होने की खुशी है. लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने कहा कि आज के युवाओं की तरुणाई और संघर्ष का माद्दा कम हो गया है. ऐसे युवाओं के लिए यह पुस्तक प्रेरणादायी होगी.
रामचंद्र केशरी का जीवन युवाओं के लिए अनुकरणीयः वहीं राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा कि पूर्व मंत्री रामचंद्र केशरी 83 वर्ष के उम्र में भी अपना हर कार्य व्यवस्थित तरीके से करते हैं. इनसे नई पीढ़ी सीख सकती हैं.
Ranchi News: पूर्व मंत्री रामचंद्र केशरी की जीवन पर आधारित पुस्तक का हुआ विमोचन, वक्ताओं ने कहा-युवाओं के लिए प्रेरणादायी है रामचंद्र केशरी का जीवन
लोहियावादी विचारधारा के प्रबल समर्थक भाजपा नेता रामचंद्र केशरी की जीवन पर आधारित पुस्तक का विमोचन रविवार को रांची में पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी और भाजपा के प्रदेश प्रभारी लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने किया. इस दौरान भाजपा के कई नेता और पूर्व मंत्री मौजूद थे.
रांचीः भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और झारखंड के पूर्व मंत्री रामचंद्र केशरी के सामाजिक और राजनीतिक जीवन पर आधारित पुस्तक "सड़क से सदन तक-संघर्ष के क्रांतिवीर रामचंद्र केशरी" का विमोचन पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी और भाजपा के प्रदेश प्रभारी लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने किया. रविवार को रांची के हरमू स्थित स्वागतम बैंक्वेट हॉल में राम मनोहर लोहिया चेतना मंच द्वारा आयोजित कार्यक्रम में पुस्तक का विमोचन किया गया. बताते चलें कि विजय केशरी द्वारा संपादित पुस्तक में पूर्व मंत्री और लोहियावादी नेता रामचंद्र केशरी के 50 वर्षों की लंबी संघर्षपूर्ण राजनीतिक और सामाजिक यात्रा के अनुभवों को शामिल किया गया है.
ये भी पढे़ं-'द हॉक आईएएस' पुस्तक का विमोचन, सिविल सेवा की तैयारी कर रहे छात्रों को मिलेगा गाइडलाइन
रामचंद्र केशरी के संघर्ष को पुस्तक में शब्दों में पिरोया गया हैः इस मौके पर डॉ राममनोहर लोहिया चेतना मंच के सचिव विजय कुमार केशरी ने कहा कि यह पुस्तक लोहियावादी विचारधारा के प्रबल समर्थक रहे पूर्व मंत्री रामचंद्र केशरी के संघर्ष के जीवन के 50 वर्षों को शब्दों में पिरोया गया है. इस पुस्तक को लिखने में ढाई वर्ष से अधिक का समय लगा है. 24 मार्च 2020 को देश में कोरोना का लॉकडाउन लगने के बाद 28 मार्च से इस पुस्तक को लिखना शुरू किया गया था और आज यह पूरा हुआ है.
पुस्तक में लिखी बातें युवाओं के लिए प्रेरणादायीः इस मौके पर भाजपा झारखंड के प्रदेश महामंत्री बालमुकंद सहाय ने कहा कि रामचंद्र केशरी का जीवन हमेशा समाज के उन वर्गों के लिए रहा जो शोषित और वंचित हैं. पंडित दीनदयाल उपाध्याय के एकात्म मानववाद, लोहिया के समाजवाद और नरेंद्र मोदी का सबका साथ, सबका विकास के काम में आज भी रामचंद्र केशरी लगे हुए हैं. यह पुस्तक युवाओं को संघर्ष के लिए आगे आने की प्रेरणा देगा.
समस्याओं से जूझते हुए समाजवाद का झंडा बुलंद करना आसान नहींः वहीं पूर्व मंत्री भानुप्रताप शाही ने कहा कि यह पुस्तक भूतकाल की अभिव्यक्ति है. पलामू की राजनीति में जिन लोगों का नाम अविस्मरणीय है उनमें रामचंद्र केशरी का नाम भी एक है. गांव से निकलकर तमाम समस्याओं से जूझते हुए समाजवाद का झंडा बुलंद करना आसान नहीं रहा होगा.
समाजवादी नेता के 50 वर्षों की संघर्ष गाथा है पुस्तक मेंः वहीं पूर्व मंत्री सह विधायक सीपी सिंह ने कहा कि सड़क से सदन तक कोई सामान्य पुस्तक नहीं, बल्कि एक समाजवादी नेता के 50 वर्षो के संघर्ष की जीवन गाथा है. राजनीतिज्ञों का संघर्ष कोई कम नहीं होता. अपने जीवन के सात वर्ष में ही पिता के निधन के बाद से ही रामचंद्र केशरी का जीवन संघर्ष शुरू हो गया था.
रामचंद्र केशरी पार्टी कार्यकर्ताओं के मार्गदर्शकः वहीं राज्यसभा में भाजपा के मुख्य सचेतक और झारखंड भाजपा प्रभारी लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने कहा कि रामचंद्र केशरी हम सभी पार्टी कार्यकर्ताओं के मार्गदर्शक हैं. लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने कहा कि हम लोग बचपन मे नारा लगाते थे भारत माता के तीन लाल- गांधी, लोहिया और दीनदयाल. उन्हीं में से एक राम मनोहर लोहिया के अनुयायी पर लिखित पुस्तक के लोकार्पण में शामिल होने की खुशी है. लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने कहा कि आज के युवाओं की तरुणाई और संघर्ष का माद्दा कम हो गया है. ऐसे युवाओं के लिए यह पुस्तक प्रेरणादायी होगी.
रामचंद्र केशरी का जीवन युवाओं के लिए अनुकरणीयः वहीं राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा कि पूर्व मंत्री रामचंद्र केशरी 83 वर्ष के उम्र में भी अपना हर कार्य व्यवस्थित तरीके से करते हैं. इनसे नई पीढ़ी सीख सकती हैं.