रांची: ब्लैक फंगस का खतरा सिर्फ आंख और नाक में ही नहीं बल्कि अब फेफड़े में भी देखने को मिलने लगा है. शुक्रवार को झारखंड में अब तक का पहला केस रांची के प्रख्यात अस्पताल मेदांता में देखने को मिला है. रांची का एक मरीज पोस्ट कोविड की शिकायत के साथ मेदांता अस्पताल में भर्ती हुए थे. जांच में मामला सामने आने पर मरीज को रिम्स रेफर कर दिया गया.
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मेदांता के वरिष्ठ पल्मोनोलॉजिस्ट डॉक्टर तेजवीर की निगरानी में मरीज का इलाज चल रहा था. मरीज को सांस लेने में परेशानी, मुंह से बलगम के साथ खून निकल रहा था. जिसके बाद तमाम परीक्षण के बाद मरीज के फेफड़े में ब्लैक फंगस के संक्रमण की पुष्टि हुई.
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म्युकरमाइकोसिस को लेकर अब तक लोग इसलिए भयभीत थे कि इस बीमारी में आंख और नाक संक्रमित होता था. लेकिन अब सिर्फ आंख और नाक ही नहीं बल्कि शरीर का अंदरूनी हिस्सा भी संक्रमित हो रहा है जो खतरनाक है. झारखंड में फेफड़े के संक्रमण के बाद चिकित्सकों ने भी लोगों को सचेत रहने की सलाह दी है, लोग लापरवाह ना हों क्योंकि आने वाले समय में कोरोना और म्युकरमाइकोसिस यानी Black Fungus और भी खतरनाक हो सकता है.