रांची: राज्य में बढ़ती आपराधिक घटनाओं को लेकर भाजपा ने राज्य सरकार पर निशाना साधा है. भाजपा ने कहा कि खासकर महिलाओं के खिलाफ बढ़ रहे अपराधों पर सरकार अंकुश लगाने में विफल रही है. ओरमांझी घटना के विरोध में भाजपा कार्यकर्ताओं ने आरोपियों की गिरफ्तार की मांग को लेकर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया.
इस मौके पर उपस्थित स्थानीय विधायक सीपी सिंह ने कहा कि जिस तरह से लालू यादव और राबड़ी देवी के नेतृत्व में बिहार के शासनकाल में जंगलराज आ गया था, उसका असर झारखंड के हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली सरकार पर भी पड़ गया है. क्योंकि गठबंधन सरकार में राजद भी शामिल है.
उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन के नेतृत्व में जो सरकार चल रही है, उसमें कांग्रेस और राजद भी है. ऐसे में जिस तरह बिहार में लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी के नेतृत्व में जंगलराज स्थापित हुआ था, उसका दुष्प्रभाव इस सरकार पर पड़ा है. आलम यह है कि एक साल की हेमंत सरकार के कार्यकाल में सिर्फ 4 उपलब्धियां हासिल की गईं हैं, जिसमें दुष्कर्म, व्यभिचार, अत्याचार और भ्रष्टाचार शामिल हैं.
इसके अलावा कोई भी उपलब्धि हासिल नहीं की गई है. इस वजह से स्थिति यह हो गई है कि मां बहनों की इज्जत आबरू भी सुरक्षित नहीं है. कब किसकी हत्या हो जाए कहना मुश्किल है और पुलिस प्रशासन यहां पर गाड़ियों की चेकिंग करने में व्यस्त है. ऐसे में भाजपा सशक्त विपक्ष की भूमिका निभाते हुए झारखंड की जनता के हित के लिए प्रत्येक जिले में धरना प्रदर्शन कर रही है.
उन्होंने कहा कि सत्ता और पुलिस प्रशासन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के हाथ में है. अगर जेएमएम भाजपा के लोगों पर आरोप लगा रही है, तो उन्हें इसकी जांच करवानी चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर सीपी सिंह ने षड्यंत्र किया गया है या सीपी सिंह इसमें खुद शामिल थे, तो प्रशासन उन्हें गिरफ्तार करे, लेकिन बेबुनियाद आरोप न लगाए.
उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन हवा में लाठी भांज रही है अगर पुलिस प्रशासन और सरकार सक्षम है और उसमें क्षमता है तो घटना से पहले ही इसे होने से रोक लिया जाता. उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन राज्य के मुख्यमंत्री हैं, उनकी सुरक्षा जरूरी है, लेकिन आम जनता की सुरक्षा भी जरूरी है. उससे मुंह मोड़ा नहीं जा सकता है.
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वहीं भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष आरती कुजूर ने कहा कि राज्य में लगातार आपराधिक घटनाएं हो रहीं हैं. महिलाओं के साथ हुई किन-किन घटनाओं का जिक्र किया जाए, सभी को यह जानकारी है कि सरकार महिलाओं को सुरक्षा देने में असफल हो गई है. 600 आदिवासी महिलाओं बच्चियों के साथ दुष्कर्म हुआ है. ऐसे में कैसे कहा जा सकता है कि महिलाओं को सरकार सुरक्षा दे पा रही है. उन्होंने कहा कि महिलाओं को सुरक्षा देने में कारगर कार्रवाई की जानी चाहिए और अपराधियों को पकड़ने में डीजीपी को आयरन हैंड का इस्तेमाल करना चाहिए.