रांची: किसानों के काला दिवस मनाने के बाद अब झारखंड में राजनीति शुरू हो गई है. किसानों के समर्थन में काला बिल्ला लगाकर विरोध करने वाले कांग्रेस को विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी ने मौकापरस्त की राजनीति करने वाला पार्टी करार दिया है. भाजपा का कहना है कि कांग्रेस किसी तरह भाजपा की केंद्र सरकार को परेशान करना चाहती हैं और इसी काम में लगी हुई है.
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किसान आंदोलन के 6 माह पूरे
दरअसल केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि कानून को वापस किए जाने की मांग के खिलाफ आंदोलन को 6 माह बीत गए हैं. इसे ध्यान में रखते हुए पूरे देश में काला दिवस मनाया गया. जिसका समर्थन विपक्षी दलों ने किया. कांग्रेस ने किसानों के समर्थन में काला बिल्ला लगाकर काला दिवस का समर्थन किया.
भाजपा ने कांग्रेस पर साधा निशाना
कांग्रेस के काला दिवस मनाने पर अब राजनीति गरम हो गई है. प्रदेश की विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा ने कहा कि झारखंड में जो सरकार चल रही है, उसमे कांग्रेस के कृषि मंत्री है, उन्हें ये बताना चाहिए कि रघुवर सरकार के दौरान शुरू की गई कृषि आशीर्वाद योजना को क्यों बंद कर दिया गया, जबकि किसानों को आर्थिक मदद देते हुए उन्हें सशक्त किया जा रहा था. इसके अलावा पिछले साल जो किसानों से धान खरीद की गई थी, उसका भुगतान भी अभी तक नहीं हुआ है.
उन्होंने कहा कि सरकार इसका जवाब देने के बजाय यहां के कृषि मंत्री किसानों के धरना प्रदर्शन में बैठते हैं और कांग्रेस अब काला दिवस मना रही हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास कोई फार्मूला नहीं है कि किस तरह से किसानों को राहत पहुंचाई जाए. धरना पर बैठे तथाकथित किसान नहीं बल्कि उपद्रवी तत्व है. इसके साथ ही उन्होने कहा कि कांग्रेस पार्टी मौकापरस्त की राजनीति कर रही है.