रांचीः भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जनजाति मोर्चा के एक प्रतिनिधिमंडल ने चाईबासा में 7 लोगों की निर्मम हत्या के मामले पर गुरुवार को राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा है. जिसमें सरकार के कार्यों पर संज्ञान लेते हुए दोषियों को अविलंब गिरफ्तार कर सजा देने की मांग की गई है. साथ ही पीड़ित परिवार के सदस्यों को 10- 10 लाख रुपये का मुआवजा समेत एक-एक नौकरी दिए जाने की मांग की गई है.
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असामाजिक तत्व का मनोबल बढ़ गया
बीजेपी के अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रामकुमार पहन ने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपने के बाद कहा कि चाईबासा में असामाजिक तत्वों ने 7 निर्दोष आदिवासियों की हत्या कर दी जिससे पूरे प्रदेश में अराजकता का माहौल है. जो गठबंधन की सरकार खुद को आदिवासी मूलवासी की हितैषी बताती है, लेकिन सरकार गठन के 25वें दिन ही 7 लोगों की हत्या हुई है. इससे यह पता चलता है कि प्रदेश में विधि व्यवस्था और असामाजिक तत्व का मनोबल बढ़ गया है. उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर निशाना साधते हुए कहा कि एक तरफ जहां निर्दोष 7 लोगों की हत्या हुई, तो वहीं दूसरी तरफ मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जेएससीए स्टेडियम में खुशियां मना रहे थे. इससे साफ पता चलता है कि सरकार इन मामलों को लेकर गंभीर नहीं है.