रांचीः झारखंड की राज्यसभा की दो सीट पर हो रहे द्विवार्षिक चुनाव में जहां अभी सत्तारूढ़ गठबंधन ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं. वहीं मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने प्रदेश महामंत्री आदित्य साहू को प्रत्याशी घोषित कर दिया गया है. लेकिन इसके लिए उसे अपने सहयोगियों के अटूट समर्थन की जरूरत होगी. क्योंकि भाजपा के 26 विधायक हैं और हर सीट को जीतने के लिए प्रथम वरीयता के 27.33 वोट की जरूरत पड़ेगी.
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बता दें कि राज्य सभा के लिए हो रहे द्विवार्षिक चुनाव के लिए रविवार को भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति ने झारखंड से भाजपा प्रत्याशी के नाम पर मुहर लगा दी. भाजपा महासचिव अरुण सिंह ने झारखंड की सीट के लिए भाजपा के प्रदेश महामंत्री आदित्य साहू को प्रत्याशी बनाए जाने को लेकर विज्ञप्ति जारी कर जानकारी दी.
एक सीट सत्तारूढ़ गठबंधन की पक्कीः बता दें कि झारखंड की दो राज्यसभा सीट पर द्विवार्षिक चुनाव कराए जा रहे हैं. विधानसभा में संख्या बल के आधार पर इन दो सीट पर चुनाव जीतने के लिए हर एक को प्रथम वरीयता के 27.33 वोट की जरूरत होगी. इस तरह एक सीट सत्तारूढ़ गठबंधन का जीतना पक्का है. क्योंकि सदन में जेएमएम के 30 विधायक और कांग्रेस के 17 विधायक हैं.वहीं आरजेडी भाकपा माले और एनसीपी के भी एक-एक विधायक हैं. लेकिन दूसरी सीट जीतना आसान नहीं है. इधर भाजपा के भी 26 विधायक हैं, इससे अगर उसको उसके सहयोगियों का समर्थन मिल जाय तो एक सीट वह भी जीत सकती है. लेकिन अगर सत्तारूढ़ गठबंधन दूसरा प्रत्याशी उतारता है मुकाबले पर लोगों की नजर बन जाएगी.
सत्तारूढ़ गठबंधन के प्रत्याशी का ऐलान सुबह संभवः इधर विपक्षी दल भाजपा ने अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है. लेकिन सत्तारूढ़ गठबंधन अपने प्रत्याशी का ऐलान नहीं कर सका है. इस सीट पर जेएमएम-कांग्रेस दोनों दावे ठोंक रहे थे. हालांकि नई दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की जेएमएम कार्यकारी अध्यक्ष मुलाकात के बाद गठबंधन प्रत्याशी पर सहमति बन गई है. गठबंधन की ओर से यह सीट कांग्रेस को मिलने पर सहमति बनने की अटकलें तेज हैं. हालांकि गठबंधन के प्रत्याशी का ऐलान सोमवार को होने की संभावना जताई जा रही है.