ETV Bharat / state

कोटा में फंसे बच्चों पर ट्वीट कर फंसे हेमंत!, बीजेपी ने कहा- यूपी सरकार ने भेजी थी बस केंद्र ने नहीं

यूपी सरकार ने कोटा में फंसे 8 हजार बच्चों को 250 बस भेजकर वापस बुला लिया है, लेकिन झारखंड के लगभग 2 हजार से ज्यादा छात्र अब तक वहीं फंसे हुए हैं. इसे लेकर सीएम हेमंत ने एक ट्वीट किया है, जिसमें लिखा है कि केंद्र सरकार यूपी के बच्चों के लिए बसें भेज सकती है, तो झारखंड के बच्चों और मजदूरों के लिए क्यों नहीं. इसे लेकर विपक्ष ने भी पलटवार किया है.

BJP reversed on CM hemant tweet regarding children trapped in Kota
कोटा में फंसे बच्चों पर ट्वीट कर फंसे
author img

By

Published : Apr 19, 2020, 5:13 PM IST

Updated : Apr 20, 2020, 8:58 AM IST

रांची: पूरे देश में कोरोना के रोकथाम के लिए लॉकडाउन जारी है. इसे लेकर देश के कई हिस्सों में लोग फंसे हुए हैं. राजस्थान के कोटा में भी झारखंड समेत कई राज्यों के छात्र फंसे हुए हैं, जिसमें यूपी सरकार ने 250 बस भेजकर कोटा से अपने सभी छात्रों को वापस बुला लिया है. जबकि झारखंड के छात्र अभी भी वहां फंसे हुए हैं. इसे लेकर हेमंत सोरेन ने ट्वीट कर केंद्र सरकार की आलोचना की है.

BJP reversed on CM hemant tweet regarding children trapped in Kota
हेमंत सोरेन का ट्वीट

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्वीट किया है कि यूपी के बच्चों को वापस ले जाने के लिए बसें भेजी जा सकती है, तो झारखंड के बच्चों और मजदूरों को वापस लाने के लिए भी केंद्र सरकार को ऐसी व्यवस्था करना चाहिए. ये झारखंड सरकार के साथ अन्याय है, जिसका जवाब केंद्र सरकार को देना चाहिए.

इसे भी पढे़ं:- रांची: अभिभावक एसोसिएशन की माग, निजी स्कूलों की मनमानी रोक लगाए राज्य और केंद्र सरकार

इसे लेकर विपक्ष ने भी सीएम पर पलटवार किया है. बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने ट्वीट कर कहा है कि हर बात के लिए केंद्र सरकार को कोसना नहीं चाहिए, यूपी सरकार ने अपने बच्चों को लाने के लिए बसें भेजी थी. हेमंत सरकार को बाहर में फंसे झारखंड के मजदूर और छात्रों के लिए पहल करना चाहिए.

BJP reversed on CM hemant tweet regarding children trapped in Kota
प्रतुल शाहदेव का ट्वीट

आपको बदा दें कि कोटा में यूपी के 8 हजार स्टूडेंट लॉकडाउन में फंसे हुए थे, जिसे यूपी सरकार ने 250 बस भेजकर वापस बुला लिया. वहीं झारखंड के भी लगभग 2 हजार से अधिक बच्चे फंसे हुए हैं, जिसे वापस प्रदेश लाने के लिए झारखंड सरकार ने कोई पहल नहीं की है. कुछ दिनों पहले झारखंड के बाहर फंसे मजदूरों को भी वापस लाने को लेकर सरकार के मंत्री रामेश्वर उरांव ने बयान दिया था कि, इस हालात में किसी को भी झारखंड लाना संभव नहीं है, जो जहां हैं वहीं रहेंगे.

रांची: पूरे देश में कोरोना के रोकथाम के लिए लॉकडाउन जारी है. इसे लेकर देश के कई हिस्सों में लोग फंसे हुए हैं. राजस्थान के कोटा में भी झारखंड समेत कई राज्यों के छात्र फंसे हुए हैं, जिसमें यूपी सरकार ने 250 बस भेजकर कोटा से अपने सभी छात्रों को वापस बुला लिया है. जबकि झारखंड के छात्र अभी भी वहां फंसे हुए हैं. इसे लेकर हेमंत सोरेन ने ट्वीट कर केंद्र सरकार की आलोचना की है.

BJP reversed on CM hemant tweet regarding children trapped in Kota
हेमंत सोरेन का ट्वीट

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्वीट किया है कि यूपी के बच्चों को वापस ले जाने के लिए बसें भेजी जा सकती है, तो झारखंड के बच्चों और मजदूरों को वापस लाने के लिए भी केंद्र सरकार को ऐसी व्यवस्था करना चाहिए. ये झारखंड सरकार के साथ अन्याय है, जिसका जवाब केंद्र सरकार को देना चाहिए.

इसे भी पढे़ं:- रांची: अभिभावक एसोसिएशन की माग, निजी स्कूलों की मनमानी रोक लगाए राज्य और केंद्र सरकार

इसे लेकर विपक्ष ने भी सीएम पर पलटवार किया है. बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने ट्वीट कर कहा है कि हर बात के लिए केंद्र सरकार को कोसना नहीं चाहिए, यूपी सरकार ने अपने बच्चों को लाने के लिए बसें भेजी थी. हेमंत सरकार को बाहर में फंसे झारखंड के मजदूर और छात्रों के लिए पहल करना चाहिए.

BJP reversed on CM hemant tweet regarding children trapped in Kota
प्रतुल शाहदेव का ट्वीट

आपको बदा दें कि कोटा में यूपी के 8 हजार स्टूडेंट लॉकडाउन में फंसे हुए थे, जिसे यूपी सरकार ने 250 बस भेजकर वापस बुला लिया. वहीं झारखंड के भी लगभग 2 हजार से अधिक बच्चे फंसे हुए हैं, जिसे वापस प्रदेश लाने के लिए झारखंड सरकार ने कोई पहल नहीं की है. कुछ दिनों पहले झारखंड के बाहर फंसे मजदूरों को भी वापस लाने को लेकर सरकार के मंत्री रामेश्वर उरांव ने बयान दिया था कि, इस हालात में किसी को भी झारखंड लाना संभव नहीं है, जो जहां हैं वहीं रहेंगे.

Last Updated : Apr 20, 2020, 8:58 AM IST

For All Latest Updates

TAGGED:

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.