रांची: झारखंड सरकार (Jharkhand Government) गिराने की साजिश के आरोप में कोतवाली पुलिस ने शनिवार को 3 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें पलामू के रहने वाले अभिषेक दुबे, बोकारो के रहने वाले अमित सिंह और निवारण महतो शामिल है. तीनों की गिरफ्तारी होते ही झारखंड में राजनीतिक गरमा गई है. सभी राजनीतिक पार्टी एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाने में जुटी हुई है.
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राजधानी के कोतवाली थाना क्षेत्र के ली-लैक होटल से तीन आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है. वहीं इस मामले को लेकर झारखंड के पूर्व मंत्री सह बीजेपी विधायक सीपी सिंह ने झारखंड सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि जेएमएम और सरकार में शामिल पार्टियों को बीजेपी फोबिया हो गया है, इसलिए किसी भी तरह के मामले में बीजेपी को आरोपी बनाने का प्रयास किया जाता है.
सीपी सिंह ने पुलिस की कार्यशैली पर उठाया सवाल
सीपी सिंह ने सरकार के साथ-साथ पुलिस के कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि पुलिस यह दावा कर रही है कि तीनों की गिरफ्तारी रांची से हुई है, वहीं गिरफ्तार हुए लोगों के परिजनों का कहना है कि अमित सिंह और निवारण महतो को पुलिस ने बोकारो से गिरफ्तार किया है. बीजेपी विधायक ने कहा कि पुलिस और परिजनों के बयान में अंतर से यह प्रतीत होता है कि झारखंड की पुलिस सरकार के इशारे पर काम कर रही है और इस तरह का माहौल बना कर लोगों को दिग्भ्रमित करने का प्रयास किया जा रहा है. पूर्व मंत्री सीपी सिंह ने झारखंड सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि अगर सरकार को यह शक है कि बीजेपी के लोग सरकार गिराने का प्रयास कर रहे हैं, तो पूरे मामले की जांच सीबीआई या फिर एसआईटी से कराई जाए, ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा.
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आरोप-प्रत्यारोप जारी
झारखंड सरकार गिराने की साजिश मामले में पिछले 2 दिनों से बयानबाजी जारी है. जहां गठबंधन के नेताओं की ओर से बीजेपी पर सरकार गिराने की साजिश रचने का आरोप लगाया जा रहा है. वहीं बीजेपी नेता भी लगातार पलटवार करते नजर आ रहे हैं.