रांची: धनबाद में बुधवार को सीएए, एनआरसी, एनपीआर के विरोध में निकाले गए जुलूस के दौरान शामिल लोगों पर राजद्रोह के मुकदमे को वापस लेने के हेमंत सोरेने के फैसले पर बीजेपी ने सवाल खड़े किए हैं. तो वहीं कांग्रेस ने कहा है कि जिन अधिकारियों ने मामला दर्ज किया है उनकी जांच की जाए.
प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने गुरुवार को कहा कि बीजेपी सरकार के समय की मानसिकता अभी तक अधिकारियों पर हावी है. सरकार को संज्ञान लेने की जरूरत है, कि किस परिस्थिति में अधिकारियों ने मुकदमा करने का प्रयास किया. उन्होंने कहा कि ऐसे अधिकारियों को नियंत्रित करना होगा. वहीं उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी कहती कुछ और है और करती कुछ है. प्रधानमंत्री ने 145 योजनाओं को लागू कर लोगों को लाइन में लगने पर मजबूर कर दिया है और अब बीजेपी आर्थिक मंदी से लोगों का ध्यान भटकाने में लगी हुई है.
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बता दें कि राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्वीट कर कहा है कि कानून जनता को डराने और उनकी आवाज दबाने के लिए नहीं, बल्कि आम जनमानस में सुरक्षा का भाव उत्पन्न कराने के लिए होता है. मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर कहा है कि मेरे नेतृत्व में चल रही सरकार में कानून जनता की आवाज को बुलंद करने का कार्य करेगा. धनबाद में 3 हजार लोगों पर लगाए गए राजद्रोह की धारा को अविलंब निरस्त करने और दोषी पुलिस अधिकारियों पर भी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.