रांची: पूर्व मंत्री सह खुंटी से बीजेपी विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा ने हेमंत सरकार के 2 वर्ष के कार्यकाल को पूरी तरह विफल बताते हुए आरोपों की झड़ी लगा दी है. भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए नीलकंठ सिंह मुंडा ने कहा कि राज्य में झामुमो कांग्रेस और राजद सरकार के 2 वर्ष हो चुके हैं. यह सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है. झारखंड की 80 फीसदी आबादी गांव में रहती है. ग्रामीण क्षेत्रों में सरकार द्वारा कोई काम नहीं किया गया है. अब तो 2 वर्ष पूर्व की रघुवर दास सरकार की चर्चा होने लगी है. लोग कहने लगे हैं कि वर्तमान सरकार से बढ़िया रघुवर सरकार ही थी. उन्होंने कहा कि ग्रामीण विकास के लिए सरकार ने पहले बजट प्रावधान में कटौती की फिर जो भी राशि आवंटित हैं उसे सरकार खर्च नहीं कर पा रही है.
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पुल-पुलिया से लेकर ग्रामीण सड़क बनाने में सरकार फेल: बीजेपी विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा ने हेमंत सरकार पर आरोपों की झड़ी लगाते हुए कहा कि पिछली सरकार में राज्य संपोषित योजना से तेजी से काम हुआ था. इस वित्तीय वर्ष में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 4 लाख 21 हजार घर बनाने का लक्ष्य है मगर अभी तक मात्र 3 लाख आवास को ही स्वीकृति दी गई है. ऐसे में 2024 तक कैसे सभी को आवास मिलेगा. यही स्थिति रही तो सभी को आवास मिलने में 10 से 15 साल लग जायेंगे. वर्तमान सरकार ने 50 हजार रुपया अलग से प्रधानमंत्री आवास योजना में लाभुकों को देने का आश्वासन दिया था. मगर एक भी पैसा इस सरकार ने अब तक नहीं दिया है. मनरेगा के तहत श्रमिकों को लाभ देने में सरकार फेल साबित हो रही है. जल छाजन मिशन के तहत रघुवर सरकार ने 28 प्रोजेक्ट दिए थे. मगर वर्तमान सरकार इन सभी प्रोजेक्ट को बंद करने का काम किया है. जल छाजन मिशन से नदी में पानी रहता था. रघुवर सरकार ने नाबार्ड से पैसा लेकर इस योजना की शुरूआत की थी.
नीलकंठ सिंह मुंडा ने हेमंत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सड़कों को बनाने में सरकार विफल रही है. रघुवर सरकार के पांच वर्ष के कार्यकाल में 23 हजार किलोमीटर सड़क बनी थी. मगर इस सरकार के 2 वर्ष में एक भी सड़क की स्वीकृति नहीं मिली है. उन्होंने कहा कि रघुवर सरकार के पांच वर्षों में 600 पुल बनाए गए थे. मगर हेमंत सरकार ने एक भी पुल की स्वीकृति 2 वर्ष में नहीं दी है. राज्य में करीब 1600 पुल हैं. उन्होंने कहा कि 2 लाख 65 हजार सखी मंडल दीदी को तैयार कर रघुवर सरकार ने आजीविका से उसे जोड़ा था, मगर वर्तमान सरकार मात्र 3 हजार अब तक सखी मंडल दीदी बना पाई.
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उन्होने कहा कि राज्य में बच्चों के लिए टेक ओवर आहार 06 महीने से बंद है और सरकार केवल खोखला दावा करती रही है. राज्य में विधि व्यवस्था बेहद ही खराब है. चान्हो की घटना आज सुर्खियों में है. किस तरह से कस्तूरबा स्कूल की बच्चियों को दौड़ा दौड़ा कर उसके साथ अभद्रता की गई. पंचायत चुनाव कराने में सरकार विफल रही है. सरकार को अविलंब पंचायत चुनाव कराना चाहिए. इसमें आश्वासन और किंतू परंतू के बजाय चुनाव कराकर गांव की सरकार बनानी चाहिए. मनरेगा के तहत रानी दीदी बनाकर रघुवर सरकार ने एतिहासिक काम किये थे, मगर वर्तमान सरकार ने इससे भी मूंह फेरने का काम किया है.