रांची: राज्य सरकार के क्रियाकलापों को लेकर भारतीय जनता पार्टी के विधायक केदार हाजरा और शशिभूषण मेहता ने संयुक्त रूप से प्रेस वार्ता की. प्रेस वार्ता में विधायक केदार हाजरा ने कोरोना के नियंत्रण और कोरोनाकाल के दायित्व निभाने में राज्य सरकार को फेल करार दिया. विधायक केदार हाजरा ने कहा कि कोरोना काल में न तो मरीजों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराई जा सकी और न तो क्वॉरेंटाइन सेंटर की व्यवस्था की जा सकी. हाजरा ने कहा कि केंद्र सरकार ने इस अवधि में राज्य सरकार को 284 करोड़ रुपये उपलब्ध कराए थे पर सरकार ने उसका दुरुपयोग किया. आरोप है कि इस दौरान अस्पतालों में वेंटिलेटर तक की प्रापर व्यवस्था नहीं की गई, जबकि केंद्र सरकार ने इन सब के लिए फंड भी दिया था.
पीडीएस पर भी उठाए सवाल
प्रेस कॉन्फ्रेंस में विधायक हाजरा ने कहा कि कोरोनाकाल में राज्य सरकार की पीडीएस व्यवस्था खराब थी. इसके कारण मजदूरों को भोजन तक नहीं मिल पा रहा था, जबकि प्रधानमंत्री ने 23 मार्च से 9 महीने तक तक सभी राज्य सरकारों को गरीबों के लिए भोजन मुहैया कराने की व्यवस्था की थी. हाजरा ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार की लचर व्यवस्था के चलते भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं गरीबों-मजदूरों को भोजन उपलब्ध कराने के लिए अतिरिक्त प्रयास करना पड़ा. राज्य सरकार की व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए विधायक केदार हाजरा ने कहा कि रघुवर सरकार की ओर से ऐसे गरीब परिवारों को मुआवजा दिया जाता था, जिनका घर हाथियों ने बर्बाद कर दिया हो. लेकिन पिछले एक वर्ष के आकड़े देखें तो ऐसे किसी भी परिवार को आपदा विभाग द्वारा कोई मुआवजा नहीं दिया गया है.
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मजदूर पलायन को हुए मजबूर
प्रेस कॉन्फ्रेंस में विधायक ने लॉकडाउन में लोगों के लिए उचित रोजगार की व्यवस्था न करने का भी आरोप लगाया. कहा कि इसी के चलते यहां लौटे मजदूर फिर पलायन को मजबूर हो गए. उनका कहना था कि लॉकडाउन में बाहर से आए मजदूरों को राज्य सरकार रोजगार की व्यवस्था नहीं कर सकी.