ETV Bharat / state

राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग में रूपा तिर्की मौत मिस्ट्री की गूंज, बीजेपी महिला मोर्चा ने की जांच की मांग - Ranchi News

साहिबगंज महिला थाना प्रभारी रूपा तिर्की (Rupa Tirkey) की संदेहास्पद स्थिति में मौत का मामला और गर्म होता जा रहा है. इस मामले की लगातार सीबीआई जांच की मांग (Request to CBI Investigation) की जा रही है. शुक्रवार को दिल्ली में बीजेपी महिला मोर्चा (BJP Mahila Morcha) की प्रदेश अध्यक्ष आरती कुजूर ने राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग (National Commission for Scheduled Tribes) के अध्यक्ष और सदस्य से मुलाकात की. उन्होंने आयोग को संबंधित दस्तावेज और फोटोग्राफ सौंपते हुए जांच की मांग की.

ETV Bharat
रूपा तिर्की मौत मामले की जांच की मांग
author img

By

Published : Jul 3, 2021, 6:14 AM IST

Updated : Jul 3, 2021, 8:05 AM IST

रांची: साहिबगंज महिला थाना प्रभारी रूपा तिर्की (Rupa Tirkey) की संदेहास्पद स्थिति में मौत का मामला राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग (NCST) के पास पहुंच गया है. शुक्रवार को दिल्ली में बीजेपी महिला मोर्चा (BJP Mahila Morcha) की प्रदेश अध्यक्ष आरती कुजूर ने अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष और सदस्य से मुलाकात की. इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष आरती कुजूर ने अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष हर्ष चौहान और सदस्य अनंत नायक को रूपा तिर्की हत्याकांड से संबंधित दस्तावेज और फोटोग्राफ सौंपते हुए हत्याकांड से जुड़ी जानकारी दी.

इसे भी पढ़ें: Rupa Tirkey Case: रूपा के पिता को बनाया अभियुक्त, मौत के पहले बातचीत-ऑडियो CD बना आधार


आरती कुजूर ने अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष से कहा कि झारखंड सरकार और पुलिस प्रशासन शुरू से ही इसे आत्महत्या करार देने में लगी है. रूपा के परिजनों की सहमति के बिना पोस्टमार्टम कराया गया. परिजनों के साहिबगंज में होने के बावजूद उनकी जानकारी के बिना ही रूपा के शव को रांची रवाना कर दिया गया. रूपा के शव पर चोट के निशान और शव की स्थिति देख परिजन और झारखंडी समाज ने सीबीआई जांच की मांग की तो पुलिस ने पहले परिजनों को लालच दिया और जब परिजन नहीं झुके तो पिता को ही अप्राथमिक अभियुक्त बना दिया गया.

राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग से न्याय की मांग

आरती कुजूर ने इस हत्याकांड में मुख्यमंत्री के दाहिना हाथ और विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा, दाहू यादव का नाम आने की शिकायत करते हुए आयोग से न्याय की गुहार लगाई है. आरती कुजूर ने हत्याकांड से जुड़ी तमाम बातों से आयोग को अवगत कराते हुए झारखंड सरकार और पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए आयोग से रूपा तिर्की हत्याकांड की त्वरित जांच कर परिजनों को न्याय दिलाने का आग्रह किया.

इसे भी पढे़ं: Rupa Tirkey Case: परिजनों ने राज्यपाल से लगाई CBI जांच की गुहार, बोले-सीएम के निर्णय पर विश्वास नहीं



रूपा के परिजन सीबीआई जांच की कर रहे हैं मांग


रूपा तिर्की केस की जांच सीबीआई से कराने की मांग लगातार हो रही है. परिजन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से लेकर राजभवन तक का गुहार लगा चुके हैं. परिजनों का मानना है कि पुलिस का अनुसंधान भेदभावपूर्ण है और रूपा तिर्की ने आत्महत्या से नहीं, बल्कि उसकी हत्या की गई है. झारखंड सरकार न्यायिक आयोग गठित कर इस मामले की जांच करा रही है. इस मामले में आयोग के चेयरमैन जस्टिस विनोद कुमार गुप्ता ने पिछले दिनों गृहसचिव और डीजीपी से जानकारी ली थी.



रूपा की 2018 में एसआई के रूप में हुई थी पोस्टिंग
रांची के रातू की रहनेवाली रूपा तिर्की की 2018 में बतौर एसआई के रूप में साहिबगंज में पोस्टिंग हुई थी, जिसके बाद रूपा तिर्की महिला थाना प्रभारी के रूप में पोस्टेड हुई. 3 मई को रूपा तिर्की की संदेहास्पद स्थिति में मौत हो गई. पुलिस का मामना है कि रूपा तिर्की ने प्रेम प्रसंग में आत्महत्या की है. घटना के बाद से लगातार इसकी सीबीआई जांच कराने की मांग हो रही है.

रांची: साहिबगंज महिला थाना प्रभारी रूपा तिर्की (Rupa Tirkey) की संदेहास्पद स्थिति में मौत का मामला राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग (NCST) के पास पहुंच गया है. शुक्रवार को दिल्ली में बीजेपी महिला मोर्चा (BJP Mahila Morcha) की प्रदेश अध्यक्ष आरती कुजूर ने अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष और सदस्य से मुलाकात की. इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष आरती कुजूर ने अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष हर्ष चौहान और सदस्य अनंत नायक को रूपा तिर्की हत्याकांड से संबंधित दस्तावेज और फोटोग्राफ सौंपते हुए हत्याकांड से जुड़ी जानकारी दी.

इसे भी पढ़ें: Rupa Tirkey Case: रूपा के पिता को बनाया अभियुक्त, मौत के पहले बातचीत-ऑडियो CD बना आधार


आरती कुजूर ने अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष से कहा कि झारखंड सरकार और पुलिस प्रशासन शुरू से ही इसे आत्महत्या करार देने में लगी है. रूपा के परिजनों की सहमति के बिना पोस्टमार्टम कराया गया. परिजनों के साहिबगंज में होने के बावजूद उनकी जानकारी के बिना ही रूपा के शव को रांची रवाना कर दिया गया. रूपा के शव पर चोट के निशान और शव की स्थिति देख परिजन और झारखंडी समाज ने सीबीआई जांच की मांग की तो पुलिस ने पहले परिजनों को लालच दिया और जब परिजन नहीं झुके तो पिता को ही अप्राथमिक अभियुक्त बना दिया गया.

राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग से न्याय की मांग

आरती कुजूर ने इस हत्याकांड में मुख्यमंत्री के दाहिना हाथ और विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा, दाहू यादव का नाम आने की शिकायत करते हुए आयोग से न्याय की गुहार लगाई है. आरती कुजूर ने हत्याकांड से जुड़ी तमाम बातों से आयोग को अवगत कराते हुए झारखंड सरकार और पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए आयोग से रूपा तिर्की हत्याकांड की त्वरित जांच कर परिजनों को न्याय दिलाने का आग्रह किया.

इसे भी पढे़ं: Rupa Tirkey Case: परिजनों ने राज्यपाल से लगाई CBI जांच की गुहार, बोले-सीएम के निर्णय पर विश्वास नहीं



रूपा के परिजन सीबीआई जांच की कर रहे हैं मांग


रूपा तिर्की केस की जांच सीबीआई से कराने की मांग लगातार हो रही है. परिजन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से लेकर राजभवन तक का गुहार लगा चुके हैं. परिजनों का मानना है कि पुलिस का अनुसंधान भेदभावपूर्ण है और रूपा तिर्की ने आत्महत्या से नहीं, बल्कि उसकी हत्या की गई है. झारखंड सरकार न्यायिक आयोग गठित कर इस मामले की जांच करा रही है. इस मामले में आयोग के चेयरमैन जस्टिस विनोद कुमार गुप्ता ने पिछले दिनों गृहसचिव और डीजीपी से जानकारी ली थी.



रूपा की 2018 में एसआई के रूप में हुई थी पोस्टिंग
रांची के रातू की रहनेवाली रूपा तिर्की की 2018 में बतौर एसआई के रूप में साहिबगंज में पोस्टिंग हुई थी, जिसके बाद रूपा तिर्की महिला थाना प्रभारी के रूप में पोस्टेड हुई. 3 मई को रूपा तिर्की की संदेहास्पद स्थिति में मौत हो गई. पुलिस का मामना है कि रूपा तिर्की ने प्रेम प्रसंग में आत्महत्या की है. घटना के बाद से लगातार इसकी सीबीआई जांच कराने की मांग हो रही है.

Last Updated : Jul 3, 2021, 8:05 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.