रांचीः झारखंड विधानसभा का बजट सत्र मंगलवार से गरमाने की संभावना है. प्रमुख विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी ने सरकार को घेरने के लिए रणनीति बनाई है. भारतीय जनता पार्टी प्रदेश कार्यालय में हुई विधायक दल की बैठक में पार्टी ने हेमंत सरकार को स्थानीय नीति, नियोजन नीति और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दे पर सदन में घेरने का निर्णय लिया है.
भाजपा विधायक दल की बैठकः भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश के नेतृत्व में हुई इस बैठक में भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी, विधानसभा में विरोधी दल के मुख्य सचेतक बिरंची नारायण, विधायक अमर बाउरी, विधायक नीरा यादव, विधायक अनंत ओझा, विधायक समरी लाल सहित कई विधायक मौजूद थे. करीब दो घंटे तक चली विधायक दल की बैठक में सदन की कार्यवाही में भाग लेते हुए सरकार को घेरने का निर्णय लिया गया.
स्थानीय और नियोजन नीति का समाधान करे सरकारः भाजपा विधायक दल की करीब 2 घंटे चली बैठक के बाद पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने मीडियाकर्मियों को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि भाजपा विधायक दल की बैठक में फैसला लिया गया कि सदन की कार्यवाही में पार्टी के विधायक भाग लेते हुए सरकार को आईना दिखाने का काम करेंगे. उन्होंने कहा कि मंगलवार से स्थानीय नीति और नियोजन नीति को लेकर आवाज सदन में पार्टी के विधायक उठायेंगे. इस मुद्दे पर सरकार को फेंका फेकी के बजाय स्थायी समाधान करना चाहिए, मगर हेमंत सरकार इसे पूरा नहीं करना चाहती. सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट में लॉयर को रखने के लिए सरकार करोड़ों रुपया खर्च करती है मगर इसके समाधान के लिए कोई रास्ता नहीं निकालती. पार्टी का मानना है की इस नीति को बनाने के लिए कुछ सरकारी राशि खर्च भी हो तो किया जाना चाहिए और संवैधानिक रूप से नीति बनाकर जनता के बीच लाया जाना चाहिए.
इसके अलावा भारतीय जनता पार्टी के विधायकों ने सदन में भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सरकार को घेरने का निर्णय लिया है. बाबूलाल मरांडी ने कहा कि राज्य में जिस तरह से भ्रष्टाचार और कानून व्यवस्था की स्थिति है, उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि राज्य के हालात कैसे हैं. इंजीनियर के घर छापेमारी में बरामद पैसे जनता की गाढ़ी कमाई थी. झारखंड सरकार भ्रष्टाचारियों को किस कदर बचाती है उसका उदाहरण है पूजा सिंघल, बीरेंद्र राम और छवि रंजन.
उन्होंने कहा कि पूजा सिंघल को पहले बचाने की कोशिश राज्य सरकार ने की और उनके विरूद्ध कार्रवाई नहीं की गई. उसके बाद बीरेंद्र राम पर भी भ्रष्टाचार के ही मामले थे मगर सरकार ने चुप्पी साध रखी थी. रांची के डीसी रहे छवि रंजन जमीन घोटाले में फंसे हुए हैं, मगर सरकार उन्हें बचाने की कोशिश में है. कुल मिलाकर राज्य की स्थिति बद से बदतर हो गई है. जिसके खिलाफ भारतीय जनता पार्टी के विधायक सदन में आवाज उठाने का प्रयास करेंगे, जो मंगलवार से सदन की कार्यवाही के दूसरे दिन से ही देखने को मिलेगा.
वहीं भारतीय जनता पार्टी ने हेमंत सरकार को हटाने के लिए 11 अप्रैल को रांची में विशाल प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है. पार्टी के द्वारा प्रदेश कार्यालय में आयोजित बैठक में यह निर्णय लिया गया. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश के नेतृत्व में हुई इस बैठक में प्रदेश पदाधिकारी, जिला अध्यक्ष, जिला प्रभारी एवं विधायक शामिल हुए. बैठक में पार्टी के सांगठनिक कार्यक्रमों के साथ-साथ राज सरकार के खिलाफ राज्य स्तरीय कार्यक्रम की घोषणा की गई. प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं को अब चुनाव की तैयारी में जुट जाना चाहिए. इसके लिए सभी को अपने अपने कार्यों की गति चौगुनी करनी होगी. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसी तरह ऑक्सीजन सपोर्ट पर चल रही है. भ्रष्ट निकम्मी सरकार अपनी नाकामियों और विफलताओं से घिर चुकी है. जिसके खिलाफ भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता 11 अप्रैल को रांची में विशाल प्रदर्शन करेंगे.
बैठक में मौजूद लोगों को पार्टी के क्षेत्रीय संगठन महामंत्री नागेंद्र त्रिपाठी ने भी संबोधित किया. उन्होंने कहा कि विरोधियों की बौखलाहट और सत्ता लोलुपता की वजह से मोदी सरकार की लोकप्रियता बढी है. उन्होंने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में पार्टी अपने कार्यकर्ता एवं सहयोगी दलों के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी और तीसरी बार नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनेगी. बैठक को संबोधित करते हुए प्रदेश संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह ने विगत दिनों पार्टी के द्वारा आयोजित कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए आगामी कार्यक्रमों पर भी प्रकाश डाला. उन्होंने स्वाबलंबी भारत अभियान और एक भारत श्रेष्ठ भारत कार्यक्रम की चर्चा करते हुए कहा कि 22 मार्च को धनबाद में बिहार दिवस, 30 मार्च को रांची में राजस्थान दिवस जबकि 1 अप्रैल को जमशेदपुर में ओडिशा दिवस मनाया जाएगा. उन्होंने मन की बात कार्यक्रम के 100वें संस्करण को सभी बूथों पर उत्सव की तरह मनाने के भी निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि 100 वें एपिसोड को समाज के विभिन्न वर्गों के 100 समूह बनाकर कार्यकर्ता सुनेंगे.