रांची: आदिवासी को लेकर कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी के द्वारा की गई विवादास्पद टिप्पणी के बाद सियासत जारी है. बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव और रांची की मेयर रहीं आशा लकड़ा ने निशाना साधते हुए कहा है कि क्या ऐसी टिप्पणी अगर कोई सामान्य व्यक्ति करता है तो उसके खिलाफ एसटी/एससी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज होता, लेकिन क्या कांग्रेस पार्टी बताएगी कि उसने इरफान अंसारी पर इस अभद्र टिप्पणी के खिलाफ क्या अनुशासनात्मक कार्रवाई करेगी.
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इरफान का बयान अहंकार नहीं तो और क्या: बीजेपी प्रदेश कार्यालय में मीडियाकर्मी को संबोधित करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय सचिव आशा लकड़ा ने कहा कि कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी जिस तरह का बयान देते रहे हैं उससे उनका अहंकार झलकता है. हाल ही में हिंदू वोट नहीं देंगे तब भी वह जीत जाएंगे यह बयान अहंकार नहीं तो और क्या है. विधायक इरफान अंसारी जामताड़ा विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं या किसी वर्ग विशेष का. हिंदू किसे वोट देंगे और किसे नहीं यह तो वक्त ही बताएगा. कहीं ऐसा ना हो कि जिस पर वह भरोसा कर रहे हैं वही धोखा ना दे दे.
आशा लकड़ा ने कहा कि झारखंड में जेएमएम-कांग्रेस गठबंधन की सरकार है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आदिवासियों को ठगने का काम कर रहे हैं. वहीं, कांग्रेस राज में तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है. राज्य में आपराधिक घटनाओं खासकर महिलाओं और युवतियों के साथ दुष्कर्म के साथ-साथ हत्या की घटनाओं में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है. हर दिन कहीं न कहीं आदिवासी महिला या पुरुष की हत्या हो रही है. महिलाओं और युवतियों के साथ दुष्कर्म के मामले हेमंत सरकार में बढ़ी है. इसी प्रकार राज्य में आदिवासियों की जमीन लूट की घटना भी बढी है. ऐसे में यही कहा जा सकता है कि इस राज्य के विकास को लेकर हेमंत सोरेन सरकार का यही एजेंडा है.
उन्होंने कहा कि झारखंड को आदिवासियों ने अपने खून पसीने से सींचा है. मैं भी आदिवासी हूं और मुझे आदिवासी होने पर गर्व है. यहां की मिट्टी ही मेरी पहचान और वजूद है. मैं आदिवासी समाज से आह्वान करती हूं कि आदिवासियों को नीचा दिखाने वालों को जड़ समेत उखाड़ कर फेंकें, जिससे भविष्य में हमें कोई नीचा दिखाने की कोशिश ना करें. इरफान अंसारी पहले आदिवासियों के इतिहास को जाने समझे. आदिवासी सरल, सहज और स्वाभिमानी होते हैं. कांग्रेस और जेएमएम न तो आदिवासियों के हितेषी थे और ना ही हो सकते हैं. ये आदिवासियों को सिर्फ वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल कर अपना हित साधते हैं. आदिवासी समाज का गौरवशाली इतिहास रहा है. भगवान बिरसा मुंडा, चांद-भैरव, फूलो- झानो, सिद्धो-कान्हू, तिलका मांझी जैसे महापुरुषों ने अंग्रेजों के छक्के छुड़ा दिए.