रांची: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम राज्य में कई मामलों की जांच कर रही है. इनमें मनरेगा घोटाला, जमीन घोटाला, खनन घोटाला, शराब नीति घोटाला जैसे बड़े मामले शामिल हैं. हाल ही में रांची के होटवार स्थित बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल में ईडी की कार्रवाई के बाद हुए खुलासे के बाद अब झारखंड बीजेपी ने मुख्यमंत्री से पूरे मामले की सीबीआई जांच की अनुशंसा करने की मांग की है.
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रविवार को प्रदेश भारतीय जनता पार्टी मुख्यालय में प्रेस वार्ता के दौरान प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि जहां ईडी की टीम राज्य में सरकार प्रायोजित भ्रष्टाचार को उजागर करने में लगी है, वहीं सत्ता के दलाल प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों को फंसाने में लगे हैं.
"जेल प्रबंधन ने ईडी को नहीं दी जानकारी": प्रतुल शाहदेव ने कहा कि यह शायद देश की पहली घटना होगी जब सरकार की शह पर सत्ता के दलाल किसी स्वतंत्र केंद्रीय एजेंसी (ईडी) के अधिकारियों और उनके परिवारों को फंसाने की योजना बना रहे हैं.
बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि मिली जानकारी के मुताबिक जेल से ही ईडी अधिकारियों को नुकसान पहुंचाने के लिए नक्सली संगठनों से सांठगांठ की जा रही है. अपराधियों के साथ-साथ कुछ महिलाओं द्वारा भी ईडी अधिकारियों को हनी ट्रैप में फंसाने की साजिश रची जा रही है.
प्रतुल शाहदेव ने कहा कि जेल में बंद अन्य कैदियों ने जब ईडी को 10 से अधिक पत्र लिखकर सत्ता के दलालों के जेल में मौज करने की जानकारी दी, तो जेल प्रबंधन ने इसे डिस्पैच में तो दिखा दिया, लेकिन ईडी को नहीं भेजा.
"केंद्रीय एजेंसियों को सुरक्षा नहीं देना चिंताजनक": प्रदेश बीजेपी प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि राज्य में केंद्रीय एजेंसियों को सुरक्षा नहीं देना चिंताजनक है. उन्होंने आरोप लगाया कि सत्ता के दलाल सरकार के इशारे पर भय का माहौल पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं.
प्रदेश भाजपा प्रवक्ता ने प्रदेश मीडिया सह प्रभारी तारिक इमरान और किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष पवन साहू की मौजूदगी में कहा कि ऐसी जानकारी भी मिल रही है कि एक तरफ राज्य की हेमंत सरकार बाहर आम जनता का बैंड बजा रहे हैं. वहीं दूसरी ओर जेल में सत्ता के दलाल जेल में बर्थडे बैंड बजवा रहे हैं. प्रतुल शाहदेव ने कहा कि इससे पता चलता है कि राज्य में संवैधानिक तंत्र पूरी तरह से ध्वस्त हो गया है, इसलिए सीबीआई जांच जरूरी है.