रांची: महाराष्ट्र के शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे के द्वारा भाजपा पर की गई टिप्पणी के बाद सियासत गर्म हो गया है. आदित्य ठाकरे ने झारखंड दौरे के क्रम में रांची में झारखंड प्रोफेशनल्स कांग्रेस द्वारा आयोजित कार्यक्रम के दौरान बीजेपी के राष्ट्रवाद पर सवाल खड़ा करते हुए कहा था कि हम और हमारी पार्टी सत्यमेव जयते की पुजारी है, जबकि भाजपा सत्तामेव जयते में लगी रहती है.
शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे के इस बयान के बाद झारखंड बीजेपी ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि आदित्य ठाकरे अभी राजनीति में नए-नए हैं उन्हें वंशवाद के सहारे जगह मिली है. पूर्व स्पीकर और रांची के भाजपा विधायक सीपी सिंह ने नाराजगी जताते हुए है कहा कि आदित्य ठाकरे को अभी राजनीति सीखने की जरूरत है. यदि ये काबिल होते तो सत्ता से दूर नहीं रहते और कोई भाग नहीं जाता. आदित्य ठाकरे के पिता मुख्यमंत्री बने तो ये मंत्री बन गए. कहीं ना कहीं वंशवाद के कारण ही उन्हें ये पद मिला. ऐसे में आदित्य ठाकरे को राजनीति का अनुभव लेने की आवश्यकता है.
बाला साहेब के नाम को मिट्टी में मिलाने का काम उद्वव और आदित्य ठाकरे ने किया-सीपी सिंहः आदित्य ठाकरे के बयान से नाराज भाजपा विधायक सीपी सिंह ने हमला बोलते हुए कहा है कि उद्धव और आदित्य ठाकरे ने बालासाहेब ठाकरे का नाम मिट्टी में मिलाने का काम किया है. उन्होंने कहा कि जिस बालासाहेब ने कांग्रेस से कभी समझौता नहीं किया और वे कहा करते थे कि यदि कभी ऐसी स्थिति बनेगी भी तो उस दिन शिवसेना को बंद कर दिया जाएगा, लेकिन उनके बेटे और पोते ने एनसीपी और कांग्रेस के साथ होकर सत्ता के लालच के कारण गठबंधन किया और उसके बाद वे मुख्यमंत्री बने. गौरतलब है कि 17 नवंबर को झारखंड प्रोफेशनल कांग्रेस के एक कार्यक्रम में आदित्य ठाकरे और शशि थरूर रांची आए थे.