रांचीः झारखंड में राज्यसभा चुनाव को लेकर अभी तक एक भी नामांकन नहीं दाखिल हुआ है. प्रमुख विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी की ओर से प्रत्याशी की घोषणा हो चुकी है मगर सत्तारूढ़ महागठबंधन की तरफ से अभी भी प्रत्याशी कौन होगा इस पर सस्पेंस बरकरार है. इन सबके बीच भाजपा की ओर से घोषित प्रत्याशी आदित्य साहू मंगलवार को नामांकन दाखिल करेंगे.
भारतीय जनता पार्टी के मीडिया प्रभारी शिवपूजन पाठक ने कहा कि पार्टी की ओर से घोषित प्रत्याशी आदित्य साहू 31 मई यानी मंगलवार को नामांकन करेंगे. नामांकन से पहले सभी तैयारियां पूरी की जा रही हैं.
इन वजहों से आदित्य साहू को मिला टिकटः भारतीय जनता पार्टी के लिए समर्पित आदित्य साहू की अग्निपरीक्षा उस वक्त देनी पड़ी जब 2019 में रामटहल चौधरी के बागी रुख के दौरान उन्होंने पार्टी का साथ देना बेहतर समझा और उसी लगन के साथ पूर्व की तरह काम करते रहे. रामटहल चौधरी के बेहद करीबी माने जाने वाले आदित्य साहू ओरमांझी स्थित आरटीसी कॉलेज में प्रोफेसर भी रहे हैं. इसके अलावा रामटहल चौधरी के साथ राजनीति करते रहे हैं.
2019 के संसदीय चुनाव में रामटहल चौधरी का टिकट कटने और उनका पार्टी के प्रति बागी होने के बाद उन्होंने रामटहल चौधरी के बजाय पार्टी को साथ देना मुनासिब समझा. इसका लाभ उन्हें पार्टी के अंदर भी मिला है और विधानसभा चुनाव में कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी भी दी गयी. वर्तमान में भाजपा प्रदेश महामंत्री के रूप में कार्यरत आदित्य साहू पूर्व सीएम रघुवर दास के भी पसंदीदा रहे हैं, जिसका लाभ आज भी उन्हें मिला है.
रांची के कुच्चू निवासी आदित्य साहू पिछले दो दशक से भाजपा में अहम जिम्मेदारी निभा रहे हैं. वह रांची ग्रामीण जिला भाजपा के जिला महामंत्री और प्रदेश समिति के उपाध्यक्ष रहे हैं. 2005 में सिल्ली विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ चुके हैं. वर्तमान में प्रदेश महामंत्री के अलावा आदित्य साहू पलामू प्रमंडल के संगठन प्रभारी भी हैं. संगठन के लिए समर्पित भाव से काम करने के कारण आदित्य साहू की पार्टी के अंदर अलग पहचान रही है. प्रदेश चुनाव समिति ने कई नाम राज्यसभा चुनाव के लिए अनुशंसा की थी, जिसमें आलाकमान की ओर से आदित्य साहू के नाम पर मुहर लगी है.