रांचीः झारखंड प्रदेश बीजेपी ने वर्तमान हेमंत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार गठन के महज कुछ ही दिनों में संगठित और असंगठित अपराध बढ़ गया है. राज्य में कानून व्यवस्था लगातार गिरती जा रही है, जिससे लोगों में भय का माहौल है और सरकार सोई हुई है.
बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री अरुण सिंह ने रविवार को बीजेपी स्टेट हेड क्वार्टर में बैठक के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य की जनता ने सोचा था कि हेमंत सरकार विकास के काम को आगे बढ़ाएगी. लेकिन वर्तमान हालात ठीक उसके उलट है और अब लोग सोचने पर मजबूर हो गए हैं कि सिर्फ बीजेपी ही राज्य का सही मायने में विकास कर सकती है.
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सरकार की नीयत में खोट
राष्ट्रीय महामंत्री अरुण सिंह ने कहा कि जिस तरह से चाईबासा के गुदरी में 7 निर्दोष आदिवासियों की निर्मम हत्या की गई और अब तक कोई कड़ी कार्रवाई नहीं की गई है. यह चिंतनीय है. उन्होंने कहा कि बीजेपी की ओर से घटनास्थल का मुआयना करने का प्रयास किया गया, लेकिन उन्हें रोक दिया गया. जबकि मुख्यमंत्री ने कहा था कि कोई भी वहां जाकर जानकारी ले सकता है. उन्होंने कहा कि इस मामले को संसद में भी उठाया गया और आगे भी उठाए जाने की तैयारी है. साथ ही देश के गृह मंत्री अमित शाह को भी इससे अवगत कराया गया, लेकिन वर्तमान हेमंत सरकार इस मुद्दे पर कोई कार्रवाई करने से बच रही है. उनकी नीयत में खोट है और वह इस मामले को आपसी रंजिश दिखाने का प्रयास कर रही हैं. जबकि कार्रवाई करते हुए कड़ी से कड़ी सजा दोषियों को दी जानी चाहिए थी, लोगों में विश्वास का वातावरण स्थापित हो.
असंगठित अपराध में बढ़ोतरी
वहीं अरुण सिंह ने कहा कि असंगठित अपराध भी लगातार राज्य में बढ़ता जा रहा है. लूट, डकैती, हत्या जैसे वारदात लगातार बढ़ गए हैं, लेकिन इस पर अंकुश लगाने की ओर सरकार का कोई ध्यान नहीं है. अधिकारियों को भी फोन करके डराया धमकाया जा रहा है और फिरौती की मांग की जा रही है. राज्य भर में बैठक की जा रही है कि किस तरह से भय का वातावरण बनाया जाए, लेकिन सरकार को इसकी कोई चिंता नहीं है. वह सिर्फ वोट बैंक को संतुष्ट करने में लगे हुए हैं. उन्होंने कहा कि राज्य में ऐसा वातावरण है कि कांग्रेस के ऑफिस के इशारे पर लोहरदगा में पत्थरबाजी की जाती है और हिंसा बढ़ती है. हेमंत सरकार कृषि आशीर्वाद योजना को बंद करने की तैयारी में है, जो इस सरकार को किसान विरोधी सरकार साबित कर रहा है. सरकार ने बेरोजगार युवाओं को भत्ता देने की घोषणा की थी, जबकि यहां कई योजनाएं बंद कर दी जाए गई है और उसके जांच के आदेश दिए गए. उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस की सरकार ने किसानों के ऋण माफी की बात की थी, लेकिन डेढ़ साल से अब तक किसानों की ऋण माफी नहीं की गई है. ऐसा ही हाल इस राज्य का भी होने वाला है. उन्होंने मांग करते हुए कहा कि सरकार ने जो वादे किए थे उसे तुरंत पूरा करना चाहिए.
भाजपा नेताओं से लिया गया फीडबैक
वहीं भाजपा राष्ट्रीय महामंत्री ने कहा कि बीजेपी विधायक जो जीते और जो असफल रहे उनसे फीडबैक लिया गया है. ताकि संगठन के काम को आगे किस तरह से विस्तार किया जाए. साथ ही फरवरी महीने में ही बूथ, मंडल और जिला कमिटियों का गठन कर लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि सभी अपने अपने क्षेत्र में तेजी से काम करने की तैयारी में हैं और बीजेपी को प्रभावी सशक्त संगठन बनाने के बाद झारखंड के लोगों की जो आकांक्षाएं हैं और जो समस्या है. उसको लेकर कार्यकर्ता संघर्ष करेंगे. उन्होंने कहा कि बीजेपी चुप बैठने वाली नहीं है, बल्कि झारखंड के लोगों के लिए हमेशा खड़ी रहेगी.
एग्जिट और एग्जेक्ट पोल में होगा अंतर
अरुण सिंह ने कहा है कि बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष की जल्द घोषणा की जाएगी. साथ ही झारखंड विकास मोर्चा सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी के बीजेपी में आने के सवाल पर कहा कि केंद्रीय नेतृत्व को यह निर्णय लेना है. इस पर केंद्रीय नेतृत्व ही कुछ बता सकते हैं. इसके साथ-साथ दिल्ली चुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि एग्जिट पोल भले ही जो आए, लेकिन एक्जेक्ट पोल जल्द आएगा और बीजेपी को अच्छी सीटें मिलेंगी.