रांची: बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा है कि हेमंत सरकार ने जेपीएससी की परीक्षा में विद्यार्थियों के साथ छल किया है. उन्होंने कहा कि 2019 के अपने चुनावी मेनिफेस्टो में जेएमएम ने कहा था कि वह जेपीएससी या जेएसएससी परीक्षा में किसी भी जाति, धर्म के गरीब अभ्यर्थियों से कोई शुल्क नहीं लेगी, अन्य श्रेणी के अभ्यर्थियों से सिर्फ 100 रुपये शुल्क लिए जाएंगे, लेकिन सरकार ने इस व्यवस्था को लागू नहीं किया.
प्रतुल शाहदेव ने कहा कि एससी, एसटी विद्यार्थियों के लिए भी डेढ़ सौ रुपए शुल्क निर्धारित कर दिया गया है, अन्य वर्गों के लिए 600 रुपये शुल्क रखा गया है. उन्होंने कहा कि 1 साल पहले जब जेपीएससी ने 2017, 2018 और 2019 का विज्ञापन जारी किया था, तो उस समय 267 पदों के लिए विज्ञापन था, इस बार तो साल 2020 को जोड़कर 4 वर्षों का विज्ञापन जारी हुआ है, लेकिन आश्चर्यजनक रूप से पदों की संख्या कम कर 252 कर दी गई है.
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हेमंत सरकार ने सबको ठगा: बीजेपी प्रवक्ता
बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि यह संभवत पहली बार हुआ है की समय बीतने के बाद पदों की संख्या कम हुई हो, यह सरकार चुनाव से पहले किए गए वादों को पलटने का रिकॉर्ड कायम कर रही है, किसानों, युवाओं, बेरोजगारों, महिलाओं, खिलाड़ियों, अभ्यर्थियों सभी को इस सरकार ने ठगने का कार्य किया है.