रांची: बीजेपी के प्रदेश महामंत्री आदित्य साहू ने हेमंत सरकार पर लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि कोरोना के नाम पर कांग्रेस-झामुमो की सरकार गिरी हुई राजनीति कर रही है. उन्होंने कहा कि गढ़वा के भवनाथपुर प्रखंड मुख्यालय परिसर में एक दिवसीय धरना का आयोजन किया जाना सुनिश्चित किया गया है, जिस पर कोरोना के नाम पर रोक लगा दी गई है, ये दुर्भाग्यपूर्ण है.
कोरोना काल में सत्ता दल कर रही कार्यक्रम
आदित्य साहू ने कहा कि एक ओर कोरोना काल में ही सत्ता में शामिल दल लगातार राज्यभवन के सामने, मोरहाबादी मैदान में और राज्यभर में धरना प्रदर्शन कर रही है, दूसरी ओर बीजेपी के कार्यक्रमों पर रोक लगाई जा रही है, ये लोकतंत्र की हत्या है. उन्होंने बताया कि अनुमंडल पदाधिकारी बंसीधर नगर गढ़वा ने झारखंड सरकार के
मुख्य सचिव के ज्ञापांक नंबर- 3170 22 अक्टूबर के ओर से कोरोना महामारी के प्रसार को रोकने के लिए प्राप्त दिशा-निर्देश को निर्गत कर धरना प्रदर्शन कार्यक्रम पर रोक लगा दी है.
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अधिकारियों के बूते लोकतंत्र पर हमला
बीजेपी के प्रदेश महामंत्री ने कहा कि हेमंत सरकार अधिकारियों के बूते लोकतंत्र पर हमला करने से नहीं चूक रही है, साथ ही अधिकारियों के बूते धमकी दी जा रही है कि निर्देश का अगर उल्लंघन किया जाता है तो आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की धारा 51 से 60 तक और भारतीय दंड संहिता 1860 के सेक्शन 188 तक दंडणीय होंगे, जबकि सरकार में शामिल कांग्रेस, झामुमो लगातार कोरोना के नियमों का उलंघन करते हुए कार्यक्रम कर रही है. उन्होंने कहा है कि सरकार अभिव्यक्ति की आवाज को कुचलने का प्रयास कर रही है, सरकार को ऐसी मानसिकता से ऊपर उठना चाहिए, छोटे छोटे कार्यक्रम की स्थिति में बीजेपी के अधिकारियों पर केश किया जा रहा है, कोडरमा जिलाध्यक्ष पर ऐसे ही मानसिकता के आधार पर दो दो केश करना दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा है कि पार्टी के कार्यकर्ताओं पर हमले को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.