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बीआईटी मेसरा ने मनाया अपना स्थापना दिवस, समापन समारोह में शामिल हुए राज्यपाल रमेश बैस

रांची के स्थित तकनीकी संस्थान बीआईटी मेसरा ने अपना स्थापना दिवस समारोह मनाया. जिसमें राज्यपाल रमेश बैस भी शामिल हुए. उन्होंने कहा कि बीआईटी मेसरा ने देश के विकास में बेहतर योगदान दिया है.

BIT Mesra celebrated foundation day in ranchi
BIT Mesra celebrated foundation day in ranchi
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Published : Jul 15, 2022, 6:08 PM IST

रांचीः बीआईटी मेसरा का दो दिवसीय स्थापना दिवस कार्यक्रम का समापन शुक्रवार को हुआ. पहले दिन रंग-बिरंगे सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. दूसरे दिन स्थापना दिवस समारोह के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में राज्यपाल रमेश बैस शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने शिक्षण संस्थान की काफी प्रशंसा की है.

रांची के बीआईटी मेसरा ने अपना दो दिवसीय स्थापना दिवस समारोह मनाया. समारोह के दौरान गुरुवार को कई रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन हुआ. इस विशेष मौके पर पूर्ववर्ती छात्रों की ओर से भी कई प्रस्तुति दी गई. 1982 बैच के संजय शारदा ने शानदार संतूर वादन का प्रदर्शन भी किया. दूसरे दिन शुक्रवार को बीआईटी मेसरा के स्थापना दिवस समारोह के अवसर पर राज्यपाल रमेश बैस मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए.

इस दौरान उन्होंने कहा कि बीआईटी मेसरा राज्य के अग्रणी और सबसे पुराने तकनीकी संस्थानों में से एक है. यह संस्थान इंजीनियरिंग शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने के लिए जाना जाता है. इस संस्थान के पूर्ववर्ती विद्यार्थियों ने देश और समाज के विकास में अहम योगदान दिया है. कुछ विद्यार्थियों ने विदेश में रहकर अपने पेशेवर जीवन में सफलता भी हासिल की है. उन्होंने कहा कि स्थापना काल के बाद से ही शिक्षण संस्थान ने शिक्षा में गुणवत्ता के साथ-साथ सामाजिक कार्यों में भी भागीदारी निभाई है. बीआईटी मेसरा ने समाज कल्याण तहत काम करने के लिए आसपास के 10 गांव को गोद लेने के साथ-साथ कई जागरुकता अभियान और सामाजिक कार्य भी किए हैं. जिसके लिए उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिला है.

देश में अग्रणी तकनीकी संस्थान के रूप में बीआईटी मेसरा को देश को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में अग्रणी भूमिका निभानी चाहिए और समाज के पथ प्रदर्शक बनने के साथ-साथ राष्ट्र निर्माण में भी अपना योगदान देना चाहिए. इस दौरान राज्यपाल की मौजूदगी में इस स्थापना दिवस के अवसर पर संस्थान की ओर से शिक्षण और शोध के माध्यम से क्षेत्र की और देश की समस्याओं का हल निकालने में अपना योगदान देने का संकल्प भी लिया गया है.

वहीं बता दें कि केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के द्वारा शुक्रवार को एआईआरएफ भारत 2021 के तहत उच्च शिक्षण संस्थानों की रैंकिंग जारी कर दी गईं है. जिसमें धनबाद का आईआईटी आइएसएम भी शामिल है. जहां आईआईटी आईएसएम धनबाद पिछली बार 11 वें स्थान पर था. इस बार की जारी रैंकिंग में वह तीन पायदान नीचे गिरकर 14 वें स्थान पर पहुंच गया है.

रांचीः बीआईटी मेसरा का दो दिवसीय स्थापना दिवस कार्यक्रम का समापन शुक्रवार को हुआ. पहले दिन रंग-बिरंगे सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. दूसरे दिन स्थापना दिवस समारोह के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में राज्यपाल रमेश बैस शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने शिक्षण संस्थान की काफी प्रशंसा की है.

रांची के बीआईटी मेसरा ने अपना दो दिवसीय स्थापना दिवस समारोह मनाया. समारोह के दौरान गुरुवार को कई रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन हुआ. इस विशेष मौके पर पूर्ववर्ती छात्रों की ओर से भी कई प्रस्तुति दी गई. 1982 बैच के संजय शारदा ने शानदार संतूर वादन का प्रदर्शन भी किया. दूसरे दिन शुक्रवार को बीआईटी मेसरा के स्थापना दिवस समारोह के अवसर पर राज्यपाल रमेश बैस मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए.

इस दौरान उन्होंने कहा कि बीआईटी मेसरा राज्य के अग्रणी और सबसे पुराने तकनीकी संस्थानों में से एक है. यह संस्थान इंजीनियरिंग शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने के लिए जाना जाता है. इस संस्थान के पूर्ववर्ती विद्यार्थियों ने देश और समाज के विकास में अहम योगदान दिया है. कुछ विद्यार्थियों ने विदेश में रहकर अपने पेशेवर जीवन में सफलता भी हासिल की है. उन्होंने कहा कि स्थापना काल के बाद से ही शिक्षण संस्थान ने शिक्षा में गुणवत्ता के साथ-साथ सामाजिक कार्यों में भी भागीदारी निभाई है. बीआईटी मेसरा ने समाज कल्याण तहत काम करने के लिए आसपास के 10 गांव को गोद लेने के साथ-साथ कई जागरुकता अभियान और सामाजिक कार्य भी किए हैं. जिसके लिए उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिला है.

देश में अग्रणी तकनीकी संस्थान के रूप में बीआईटी मेसरा को देश को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में अग्रणी भूमिका निभानी चाहिए और समाज के पथ प्रदर्शक बनने के साथ-साथ राष्ट्र निर्माण में भी अपना योगदान देना चाहिए. इस दौरान राज्यपाल की मौजूदगी में इस स्थापना दिवस के अवसर पर संस्थान की ओर से शिक्षण और शोध के माध्यम से क्षेत्र की और देश की समस्याओं का हल निकालने में अपना योगदान देने का संकल्प भी लिया गया है.

वहीं बता दें कि केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के द्वारा शुक्रवार को एआईआरएफ भारत 2021 के तहत उच्च शिक्षण संस्थानों की रैंकिंग जारी कर दी गईं है. जिसमें धनबाद का आईआईटी आइएसएम भी शामिल है. जहां आईआईटी आईएसएम धनबाद पिछली बार 11 वें स्थान पर था. इस बार की जारी रैंकिंग में वह तीन पायदान नीचे गिरकर 14 वें स्थान पर पहुंच गया है.

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