रांची/पाकुड़/ पलामू: देश भर में बाबा साहेब भीम राव अंबेडकर की 128वीं जयंती मनाई जा रही है. इसी क्रम में रांची के अंबेडकर चौक पर एससी-एसटी कर्मचारी संघ और अनुसूचित जाति महासभा ने अंबेडकर मनाई. वहीं, और पलामू में भी लोगों ने बाबा साहेब की जयंती मनाई गई.
रांची में हुए कार्यक्रम में राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोध कांत सहाय के साथ पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी शामिल हुए. इस मौके पर भारत रत्न भीमराव अंबेडकर के तीन मंत्र शिक्षित बनो संगठित रहो और संघर्षशील रहो को जीवन में कैसे उपयोग किया जाए इसको लेकर चर्चा की गई.
यहां सुबोध कांत सहाय ने कहा कि आजादी के इतने वर्षों बाद भी उनके दिए गए अधिकारों को मानना सबका धर्म है. इस दौरान उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि आज बाबा साहेब ने जो अधिकार दिए थे उन्हीं संस्थाओं पर सबसे ज्यादा हमले हो रहे हैं. कांग्रेस नेता ने कहा कि अगर कोई राइट टू स्पीच का अधिकार का प्रयोग करते हुए कुछ बोलता है तो उसे सरकार के द्वारा देशद्रोही घोषित कर दिया जाता है.
वहीं, कार्यक्रम में आए हेमंत सोरेन ने भी भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और भीमराव अंबेडकर के समाज और संविधान निर्माण के योगदान पर अपने विचार रखे. हेमंत ने कहा कि भाजपा सिर्फ व्यक्तिगत लोगों पर टीका टिप्पणी करने का काम करती है, क्योंकि उनके पास विकास के मुद्दों पर बात करने के लिए कुछ भी नहीं है.
इधर, पाकुड़ में भी संविधान निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर की जयंती मनाई गई. इस अवसर पर लोगों ने उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी, और उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प दोहराया.
पलामू जिले के ओरिया गांव में भी बाबा साहेब अंबेडकर की जयंती के अवसर पर संविधान निर्माता की प्रतिमा का अनावरण किया गया. अनावरण में उपस्थित लोगों ने शिक्षित बनने और संगठित होने के साथ संघर्ष करने का भी संकल्प लिया.