रांची: फागुन माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि में भौम प्रदोष व्रत मनाया जाता है. इस साल यह तिथि 15 मार्च को पड़ेगी. जिसमें भक्त भौम प्रदोष का व्रत रख सकते हैं. भौम प्रदोष को लेकर रांची के प्रख्यात पंडित जितेंद्र जी महाराज बताते हैं कि प्रदोष व्रत कई तरह के होते हैं और सभी व्रत के अपने-अपने मायने होते हैं, लेकिन 15 मार्च को पड़ने वाला प्रदोष व्रत मंगलवार के दिन आ रहा है और मंगलवार को पड़ने वाला प्रदोष व्रत को भौम प्रदोष व्रत कहते हैं.
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कर्ज से मुक्ति दिलाता है यह व्रत: पंडित जितेंद्र जी महाराज बताते हैं कि प्रदोष व्रत मंगलवार को होता है, जिससे भगवान शिव के साथ-साथ हनुमान की भी कृपा रहती है और कर्ज से मुक्ति मिलती है. इसके अलावा घर में सुख शांति और भूमि-गृह की प्राप्ति के लिए भी यह व्रत किया जाता है. इस दिन भगवान शिव, मां पार्वती और हनुमान जी की पूजा कर भक्त अपने जीवन में खुशहाली प्राप्त कर सकते हैं.
भौम प्रदोष व्रत के दिन भक्त इस मंत्र का जाप कर भगवान शिव की आराधना अवश्य करें:
- ओम ह्रोंग जुंग स:
या
- ओम अंगारकाये नम:
कर्क और सिंह राशि के लोग अवश्य करें पूजा: पंडित जितेेद्र जी महाराज बताते हैं कि मंगलवार को पड़ने वाला भौम प्रदोष व्रत सभी राशि वाले लोगों के लिए अच्छा है लेकिन कर्क और सिंह राशि वाले लोगों के लिए इस साल का प्रदोष व्रत काफी उत्तम माना जा रहा है.
पूजा की विधि: भौम प्रदोष व्रत की पूजा विधि उसी प्रकार है जैसे भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा की जाती है. पूजा की विधि को लेकर पंडित बताते हैं कि इस दिन भगवान शिव को दूध दही, घी, मधु से स्नान करवाएं. शिव को तिल अवश्य चढ़ाएं, इससे कर्ज से मुक्ति मिलती है.