रांची: जिले में बढ़ रहे अपराधिक गतिविधियों को नियंत्रित करने के लिए रांची में बीट पुलिसिंग से नजर रखी जा रही थी. अब राजधानी रांची में एक बार फिर से बीट और मुहल्ला पुलिसिंग की शुरुआत नए सिरे से की जाएगी. इसकी कवायद रांची जिला के पुलिस अधिकारियों ने शुरू कर दी है.
कोरोना संक्रमण के बाद होगी शुरुआत
रांची के सीनियर एसपी सुरेंद्र झा ने राजधानी में अपरधियों पर नकेल कसने के साथ-साथ पुलिस की सूचना तंत्र को और अधिक मजबूत बनाने के लिए मोहल्ला स्तर पर बीट पुलिसिंग को दुबारा शुरू करने के लिए तैयारी कर ली है. रांची पुलिस को पीपुल्स फ्रेंडली बनाने के लिए बीट पुलिसिंग का गठन किया जाएगा. बीट सिस्टम के अनुसार ही पुलिसकर्मी काम करेंगे, लेकिन इसकी विस्तृत शुरुआत कोरोना संक्रमण के खत्म होने के बाद होगी. फिलहाल वैसे इलाके जहां अपराधियों की आवाजाही ज्यादा है, वहां मोहल्ला पुलिसिंग की शुरुआत की जाएगी.
कोरोना संक्रमण बन रहा बाधा
पुलिस अधिकारियों के अनुसार वर्तमान में ट्रैफिक से लेकर जिला पुलिस के जवान बड़ी संख्या में कोरोना से संक्रमित हैं. कई लोग ठीक होकर होम क्वॉरेंटाइन में हैं, तो कई लोगों का इलाज कोविड सेंटर में चल रहा है. जबकि कई लोग ठीक होकर ड्यूटी में भी योगदान दे चुके हैं. संक्रमण की वजह से जवानों और अफसरों की कमी है. जिसके कारण कोरोना संक्रमण के दौरान इसे शुरू नहीं किया जा सकता. क्योंकि संक्रमण से बचाने के लिए ही पुलिसकर्मियों से शिफ्ट में काम लिया जा रहा है.
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पहले नियमित होती थी बीट सिस्टम के तहत पुलिसिंग
उल्लेखनीय है कि कुछ वर्ष पूर्व राजधानी के अधिकांश थानों में मुहल्ला और बीट पुलिसिंग की शुरुआत की गई थी. अधिकांश थाना क्षेत्र में पुलिस को सहयोग करने के लिए मुहल्ला कमेटी का गठन भी किया गया था. वर्तमान में राजधानी के कुछ स्थानों में बीट व्यवस्था के तहत अफसरों की तैनाती है, लेकिन पुलिस को सहयोग करने के लिए गठित मुहल्ला कमेटी अब निष्क्रिय हो चुकी है. बीट के हिसाब से काम भी नहीं हो पा रहा. इसलिए इसे दोबारा शुरू किया जायेगा.
सिटी एसपी ने की क्राइम मीटिंग
वहीं रांची के सिटी एसपी सौरभ ने रविवार को शहरी क्षेत्र के सभी थानेदारों और डीएसपी के साथ क्राइम मीटिंग की. इस मीटिंग में शहर के क्राइम कंट्रोल और लंबित केस को निबटाने का निर्देश दिया गया था. इसके अलावा पुराने अपराधियों का सत्यापन करने का निर्देश दिया गया कि, वे फिलहाल कहां हैं, उनकी क्या गतिविधि है. लंबित लाल वारंट और गंभीर मामलों के वारंटियों की गिरफ्तारी सहित कई टास्क भी दिए गए.