रांची: जिले में बीट पुलिसिंग (Beat Policing) जल्द लॉन्च होने वाली है. इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है. इसके लिए रांची पुलिस के ओर से एक बीट बुक (Beat Book) तैयार किया गया है. बीट बुक में राजधानी के अपराधियों से लेकर सभी प्रतिष्ठानों की जानकारी मौजूद रहेगी.
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क्या-क्या रहेगा बीट बुक में
बीट बुक में इलाकों का पूरा ब्यौरा दर्ज होगा. पूरे इलाके का नक्शा भी होगा, साथ ही इलाके की आबादी, पुलिस के मददगार, गैर मददगार, अपराधी, जेल से छूटे अपराधी, फरार अपराधी, स्कूल-कॉलेज, सरकारी और निजी कार्यालय, बैंक सहित हर उस पहलुओं की डेटा तैयार की जाएगी. इसे ध्यान में रखते हुए बीट बुक तैयार किया है. इसके लिए अलग-अलग कॉलम बनाए गए हैं. हर कॉलम में पूरा ब्यौरा बीट के पदाधिकारी और ऑफिसर दर्ज करेंगे. एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा के निर्देश पर यह स्पेशल बीट बुक तैयार किया गया है. सिटी एसपी सौरभ ने बताया कि बीट बुक का उद्देश्य इलाके की पूरी डेटा तैयार करना है, इसमें हर पहलुओं को ध्यान में रखकर इंडेक्स और कॉलम बनाया गया है.
किराएदारों का भी होगा सत्यापन
बीट पुलिसिंग के लिए लगाए गए पदाधिकारियों और पुलिसकर्मियों के जिम्मे किराएदारों का भी सत्यापन करना होगा, ताकि शहर में आने वाले संदिग्ध लोगों की पहचान हो सके. राजधानी रांची में हाल के दिनों में किराये के मकान में अपराधियों और नक्सलियों के पनाह लेने की घटनाएं लगातार सामने आ रही थी, जिसके बाद यह फैसला लिया गया है, कि बीट पुलिसिंग में इन बातों का भी गहन सत्यापन होगा. कोरोना की वजह से बीट पुलिसिंग पर ब्रेक लग गया था, लेकिन इसे अब नए सिरे से लांचिंग के साथ शुरुआत की जाएगी.
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टाइगर जवानों की संख्या हुई 62
बीट पुलिसिंग में टाइगर जवानों को भी लगाया जाएगा. इसे देखते हुए टाइगर जवानों की संख्या भी बढ़ाई गई है. पूर्व में शहर में 57 टाइगर जवान थे, लेकिन हॉटस्पॉट का चयन कर इसकी संख्या बढ़ाकर 62 कर दी गई है. इनमें कुछ ग्रामीण इलाकों को भी जोड़ा गया है. ग्रामीण इलाकों में कांके, नामकुम और तुपुदाना में अतिरिक्त जवानों की तैनाती की गई है. सभी 62 मोटरसाइकिलों में जीपीएस लगा है. इन जीपीएस के लोकेशन ट्रैक करने के लिए एसएसपी, सिटी एसपी, ट्रैफिक एसपी और ग्रामीण एसपी के मोबाइल पर एक एप भी इंस्टॉल है, जिसके जरिए यह देखा जाता है, कि कौन टाइगर जवान किस लोकेशन पर हैं.