रांची: बिरसा कृषि विश्वविद्यालय (बीएयू) के नवनियुक्त कुलपति डॉ. ओंकार नाथ सिंह ने सोमवार को विश्वविद्यालय के पदाधिकारियों के साथ दारीसाई (पूर्वी सिंहभूम) स्थित क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र (जेडआरएस) और कृषि विज्ञान केंद्र का दौरा किया. जेडआरएस में कुलपति ने रीजनल रिसर्च एंड बजट कमेटी की बैठक में भी भाग लिया, जिसमें केंद्र के सह निदेशक डॉ प्रदीप प्रसाद और वैज्ञानिकों ने शोध कार्यक्रमों की रूपरेखा पेश किया.
कुलपति ने केंद्र के चलाए जा रहे शोध कार्यक्रमों और भावी शोध रणनीति पर चर्चा की. उन्होंने बैठक में वैज्ञानिकों को स्थानीय किसानों की मांग आधारित शोध को प्राथमिकता देने पर बल दिया. मौके पर डायरेक्टर ऑफ रिसर्च डॉ. अब्दुल वदूद और एडिशनल डायरेक्टर ऑफ रिसर्च डॉ सुशील प्रसाद ने केंद्र के सभी शोध कार्यों की बिंदुवार चर्चा की. बीएयू मुख्यालय के वैज्ञानिकों में डॉ पीके सिंह, डॉ केके झा, डॉ सोहन राम, डॉ डीके शाही और प्रो. डीके रुसिया ने आवश्यक सुझाव दिए.
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कुलपति ने डायरेक्टर एक्सटेंशन एजुकेशन डॉ जे उरांव के साथ कृषि विज्ञान केंद्र का दौरा किया. कुलपति ने सूकर पालन में प्रशिक्षण ले रहे किसानों को आधुनिक पशुपालन प्रबंधन तकनीक अपनाने की सलाह दी. केंद्र में कुलपति ने 10 स्थानीय किसानों से उनकी समस्यायों पर चर्चा की और केंद्र के एकीकृत कृषि प्रणाली इकाई और फार्म को देखा. केंद्र की प्रधान डॉ आरती विना एक्का ने बीज की उपलब्धता, मानव बल की कमी, शोध कार्य के लिए भूमि की कमी और स्थानीय स्तर पर काजू प्रोसेसिंग प्लांट की कमी से कुलपति को अवगत कराया. कुलपति ने केंद्र को किसानों के लिए लाभकारी तकनीकों को प्रभावी तरीके से चलाने का निर्देश दिया. उन्होंने देश के आईसीआर संस्थानों से बातचीत कर केंद्र के समस्याओं के समाधान की बात कही. इस मौके पर केवीके वैज्ञानिक बधनु उरांव और पंकज सेठ भी मौजूद रहे.